पर्सनालिटी डेवलपमेंट टिप्स
आइए हम जानते हैं कि आप अपने व्यक्तित्व
को कैसे
आकर्षक और बेहतर बना सकते हैं. कौन सी आदतें आपको
छोड़नी पड़ेंगी
और कौन सी आदतें
अपनानी होंगी.
अपने व्यक्तित्व
को आकर्षक
बनाने के लिए आपको
बहुत छोटी-छोटी बातें
का ध्यान
रखना होगा.
आपको यह ध्यान रखना
होगा कि आपका व्यक्तित्व
आकर्षक तो हो लेकिन
खोखला नहीं.
आपको यह ध्यान रखना
होगा कि आपके व्यक्तित्व
में बनावटीपन
न हो. तो आइए जानते हैं personality
development के लिए
उपयोगी टिप्स
Hindi tips. जिससे आपके
personality पर एक
पॉजिटिव प्रभाव
पढ़ेगा मुझे
उम्मीद है यह पोस्ट
आपको बहुत
ज्ञान देगा।
1.
संतुलित व्यवहार– आप जब भी किसी से मिलें, तो अपने व्यवहार
को संतुलित
रखें. न तो किसी
से अपने
दिल की हर बात बोल दें और न हीं रहस्यमयी
व्यक्ति की तरह व्यवहार
करें.
2.
बातों में असभ्यता या ताना न हो – आप
सामने वाले
व्यक्ति के बारे में भले हीं सकारात्मक सोच न रखते
हों,लेकिन
आपकी बातों
में असभ्यता
या ताना
नहीं आना चाहिए.
3.
पहनावा – साफ-सुथरे और Updated कपड़े, जूते
आदि पहनिए,
आपके कपड़े
या जूते
फूहड़ नहीं
होने चाहिए.
आपका पहनावा
आपकी मानसिकता
को दर्शाता
है इसलिए
कपडे जगह के मुताबिक
पहने.
4.
संस्कारी बनिए –
संस्कार का मतलब होता
है अच्छी
आदतें. और अच्छी आदतें
कभी पुरानी
नहीं पड़ती
है.
इसलिए बड़ों के आने पर खड़े हो जाना, बड़ों को प्रणाम करना, छोटों से प्यार से बातें करना ऐसी हीं छोटी-छोटी
बातें आपके व्यक्तित्व को निखार देंगी.
इसलिए बड़ों के आने पर खड़े हो जाना, बड़ों को प्रणाम करना, छोटों से प्यार से बातें करना ऐसी हीं छोटी-छोटी
बातें आपके व्यक्तित्व को निखार देंगी.
5.
आपा न खोएँ –
परिस्थिति चाहे
कितनी भी नकारात्मक क्यों
न हो जाए अगर आप अपना
आपा नहीं
खोते हैं
तो आपका व्यक्तित्व दूसरों से अलग निखरकर सामने आएगा.
तो आपका व्यक्तित्व दूसरों से अलग निखरकर सामने आएगा.
6.
चिपकू न बनें –
कोई व्यक्ति
आपको कितना
भी अच्छा
क्यों न लगे आपको
उसके पीछे
पड़ने की जरूरत नहीं
है.
7.
जिम्मेदारी उठाइए –
अगर आपमें
जिम्मेदारी उठाने
की आदत आ जाएगी,
तो आपका
व्यक्तित्व हर किसी को आकर्षित करेगा.
8.
पीठ पीछे बातें न करें –
किसी और के बारे
में कोई भी नकारात्मक
बात उसकी
अनुपस्थिति में न करें.
उन लोगों के समूह का हिस्सा न बनें जो बेकार में बैठकर दूसरों का हिसाब-किताब करते हैं.
उन लोगों के समूह का हिस्सा न बनें जो बेकार में बैठकर दूसरों का हिसाब-किताब करते हैं.
9.
लोगों को पहचानना सीखिए –
आँख मूंदकर
किसी को भी अच्छा
या बुरा
समझ लेना
अच्छी बात नहीं है.
यह बात भी ठीक नहीं है कि आप हर किसी को अच्छा हीं समझें या हर किसी को बुरा हीं समझें. इसलिए आपको इतना सक्षम होना चाहिए कि आप लोगों को पहचना सकें. और लोगों को पहचानने सीखने में वर्षों लग जाते हैं.
यह बात भी ठीक नहीं है कि आप हर किसी को अच्छा हीं समझें या हर किसी को बुरा हीं समझें. इसलिए आपको इतना सक्षम होना चाहिए कि आप लोगों को पहचना सकें. और लोगों को पहचानने सीखने में वर्षों लग जाते हैं.
10. झूठ न बोलें –
अगर आप झूठ बोलेंगे,
तो कभी न कभी आपका झूठ दूसरों के सामने आ हीं जाएगा.और आपकी
छवि खराब
हो जाएगी.
इसलिए झूठ न बोलें.
11. Over smartness – जिस चीज के बारे में जानकारी न हो, उसके
बारे में अपनी अज्ञानता
प्रकट कर दें. क्योंकि
Over smartness में गलत
बात बोलकर
आप बेवजह
अपनी छवि खराब कर लेंगे.
12. किसी को नीचा न दिखाएँ –
किसी के प्रति अपने
मन में मैल या द्वेष न रखें. किसी
और को हराने या नीचा
दिखाने के लिए कुछ भी न करें.
दिखाने के लिए कुछ भी न करें.
13. भरोसेमंद बनिए –
अगर आप भरोसेमंद बनेंगे,
तो आपका
व्यक्तित्व खुद-ब-खुद बेहतर हो जाएगा.
14. भरोसा मत तोड़िए –
अगर कोई आप पर भरोसा करता
है तो उसका भरोसा
न तोड़ें.
क्योंकि भरोसा
तोड़ने
के बाद आपकी छवि हमेशा के लिए खराब हो जाएगी.
के बाद आपकी छवि हमेशा के लिए खराब हो जाएगी.
15. अच्छी संगती –
अच्छे लोगों
की संगति
में रहिए,
क्योंकि अच्छे
लोगों की संगति के बिना अच्छे
व्यक्तित्व
का निर्माण नहीं हो सकता है.
का निर्माण नहीं हो सकता है.
16. बुराईयों की छंटाई –
हर व्यक्ति
में समय के साथ बुराइयाँ आ जाती है, इसलिए यह जरूरी है आप समय-समय पर अपने बुराईयों
की छंटाई
करते रहें.
17. ज्यादा लोगों से मिलिए –
कोशिश करें
कि नए-नये लोगों
से आपकी
मुलाकात होती
रहे. नये लोगों से मिलते रहने
से आपको
नई-नई बातें सीखने
के लिए मिलेंगें.
सुनना सीखिए – जब लोगों से मिलिए तो उनकी बातों को सुनना सीखें. क्योंकि केवल अपनी बात बोलते जाना अच्छा नहीं होता है. यह चीज आपको बहुत आगे तक ले जाएगी, आपको यह आना बहुत जरुरी है कि किसी भी व्यक्ति को बोलते हुए अच्छे से कैसे सुने, और कैसे अपना body language act करे कि आगे वाले को लगे कि आप उसकी बात को ध्यान से सुन रहे है.
इस दुनिया में हर इन्सान को चाहिए होता है कि कोई उसकी बात को ध्यान से सुने, तो अगर आप ऐसा करोगे तो जरुर आपके relation अच्छे बनने शुरू होगे और आपकी personality में काफी फर्क दिखने लगेगा.
सुनना सीखिए – जब लोगों से मिलिए तो उनकी बातों को सुनना सीखें. क्योंकि केवल अपनी बात बोलते जाना अच्छा नहीं होता है. यह चीज आपको बहुत आगे तक ले जाएगी, आपको यह आना बहुत जरुरी है कि किसी भी व्यक्ति को बोलते हुए अच्छे से कैसे सुने, और कैसे अपना body language act करे कि आगे वाले को लगे कि आप उसकी बात को ध्यान से सुन रहे है.
इस दुनिया में हर इन्सान को चाहिए होता है कि कोई उसकी बात को ध्यान से सुने, तो अगर आप ऐसा करोगे तो जरुर आपके relation अच्छे बनने शुरू होगे और आपकी personality में काफी फर्क दिखने लगेगा.
18. बिना अपना फायदा सोचे लोगों की
help करिए –
दूसरों की मदद करना
सीखिए, हाँ इस बात का भी ध्यान रखें
कि कोई आपके मदद करने की आदत का बेकार में फायदा न उठाए. कई बार हम ऐसी स्थिति
में होते
हैं कि दूसरों की help कर सकें,
पर out of laziness या
फिर ये सोचकर कि इसमें हमारा
कोई फायदा
नहीं है हम help नहीं
करते. पर एक pleasant personality वाला व्यक्ति
लोगों की help के लिए तैयार रहता
है. हाँ, इसका ये मतलब नहीं
है कि आप अपने
ज़रूरी काम छोड़ कर बस लोगों
की help ही
करते रहे, लेकिन अगर थोडा वक़्त
देने पर आप किसी
के काम आ सकते
हैं तो ज़रूर आएं. आपकी एक selfless help आपको दूसरों
की ही नहीं अपनी
नज़रों में भी उठा देगी और आप अच्छा
feel करेंगे.
आपने सुना भी होगा-A little bit of fragrance always clings to the hands that gives you roses.
आपने सुना भी होगा-A little bit of fragrance always clings to the hands that gives you roses.
19. लोगों की सच्ची तारीफ कीजिए –
India में ना
जाने क्यों
किसी की तारीफ़ करना
इतना कठिन
हो जाता
है … शादियों में जो ऑर्केस्ट्रा
होती है उसमे ज़रूर
गए होंगे
….बेचारा
गायक एक शानदार गीत गाता है है और तालियाँ बजाने
की बजाये
लोग एक -दूसरे के चेहरे देखने
लगते हैं …; अच्छा
हुआ मैं orchestra में नहीं
गाता नहीं
तो ऐसी audience की वजह से depression में
चला जाता.
🙂खैर, मैं
यहाँ individual level पे
praise करने की
बात कर रहा हूँ. अगर आप खोजेंगे तो हर इंसान
में आपको
तारीफ करने
के लिए कुछ न कुछ दिख जाएगा; वो कुछ भी हो सकता
है-उसका
garden, coins का collection, बढियां से सजाया कमरा,
उसकी smile, उसका
नाम, कुछ भी, खोजिये
तो सही आपको दिख ही जायेगा.
और जब दिख जाए तो दब्बू
बन कर मत बैठे
रहिये, किसी
की तारीफ़
करके आप उसे वो देंगे जो वो दिल से चाहता
है …आप उसकी ख़ुशी
को बढ़ा
देंगे, उसका
दिन बना देंगे, और सबसे बड़ी
चीज आप उसे वो काम आगे भी carry करने
के लिए fuel दे देंगे.
अगर सामने
बोलने से हिचकते हैं तो बाद में एक sms कर दीजिये,
मेल से बता दीजिये,
पर अगर कुछ praiseworthy है
तो उसे praise ज़रूर करिए.हाँ अगर बहुत कोशिश
करने पर भी वो ना मिले
तो don’t
try to fake it…बच्चे भी
समझ जाते
हैं कि आप सच्ची
तारीफ कर रहे हैं या झूठी.
20. लगातार observe और
improve करते रहिये :
Personality development एक on-going process है. हम सब में improvement का infinite scope है, इसलिए कभी ये मत समझिये कि बस अब जिंतना improvement होना था हो गया, बल्कि अपने लिए कुछ समय निकाल कर अपनी activities, अपने words को minutely observe करिए, आपने क्या किया, आप उसे और अच्छा कैसे कर सकते हैं, कहीं ऐसा तो नहीं कि आप किसी चीज को लेकर खुद को तीस-मारखां समझ रहे हैं और हकीकत में लोग आपकी इस बात को पसंद नहीं करते.
For ex. कुछ साल पहले मैंने realize किया कि लोगों में जल्दी improvement लाने के चक्कर में मैं इतने अधिक mistakes point out कर देता कि उनका confidence कम हो जाता; so I improved on this point और अब मैं patiently ये काम करता हूँ. आप भी इस रास्ते पर बढ़ते हुए खुद को observe करते चलिए, और लगातार improve करते जाइये.
Personality development एक on-going process है. हम सब में improvement का infinite scope है, इसलिए कभी ये मत समझिये कि बस अब जिंतना improvement होना था हो गया, बल्कि अपने लिए कुछ समय निकाल कर अपनी activities, अपने words को minutely observe करिए, आपने क्या किया, आप उसे और अच्छा कैसे कर सकते हैं, कहीं ऐसा तो नहीं कि आप किसी चीज को लेकर खुद को तीस-मारखां समझ रहे हैं और हकीकत में लोग आपकी इस बात को पसंद नहीं करते.
For ex. कुछ साल पहले मैंने realize किया कि लोगों में जल्दी improvement लाने के चक्कर में मैं इतने अधिक mistakes point out कर देता कि उनका confidence कम हो जाता; so I improved on this point और अब मैं patiently ये काम करता हूँ. आप भी इस रास्ते पर बढ़ते हुए खुद को observe करते चलिए, और लगातार improve करते जाइये.
21. माफ़ी मांगना सीखे : आप किसी
से माफ़ी
मांगते हो तब आप केवल माफ़ी
ही नहीं
मांग रहे हो बल्कि
आप यह भी सिख रहे हो की माफ़ी
कैसे मांगते
है, मेरा
मतलब है आप अन्दर
से और भी ज्यादा
विनर्म बनते
जा रहे हो और एक ऐसा समय आ जाएगा जब आपको लगने
लगेगा की माफ़ी मांगना
एक बहुत
बड़े और अच्छे इन्सान
की personality है.
माफ़ी मांगने का मतलब यह नहीं है की इमोशनल होकर रोना वगेरा, अगर आप किसी इन्सान से आगे से ही बात करके बात को सही तरीके से सुलझाते है तब वो माफ़ी ही है.
माफ़ी मांगने का मतलब यह नहीं है की इमोशनल होकर रोना वगेरा, अगर आप किसी इन्सान से आगे से ही बात करके बात को सही तरीके से सुलझाते है तब वो माफ़ी ही है.
मेरे प्रिय
दोस्तों धन्यवाद,
आपको यह मेरी छोटी
सी कोसिस
केसी लगी?
शेयर करने से आपकी भी सोसाइटी में पॉजिटिव सोच आ जाएगी। और जब सोसाइटी आगे बढ़ेगी तो हम ही इस सोसाइटी में मज़ा ले पेगे। और हमारी आने वाली पीढ़ी हमारा थैंक्स करेगी, हमें धन्यवाद करेगी के हम उनके लिए एक सुन्दर समाज छोड़ कर गए है। तो अभी इस पोस्ट को शेयर कीजिये All The Best।
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