दोस्तों बात जब पानी की आती है तो बहुत से सवाल आपके मन में आ जाते है. आज आपको पानी के बारे में डिटेल में जानकारी दी जाएगी. मेरी आपको एक छोटी से विनती है कि भोजन के बाद पानी मत पियो, तो आप कहेंगे इससे क्या होगा. आप जो कुछ भी खायेंगे उसके बाद पेट में अग्नि प्रदीप्त होगी, अग्नि से भोजन का पाचन हो जाएगा, पाचन के बाद उसमे से मास, मज्जा, मल, मूत्र, वीर्य ठीक से बढ़ जाएगा वो शरीर के काम आ जाएगा इसलिए भोजन के बाद पानी मत पीओ, तो आप पूछेंगे कब तक न पिए पशु तो 4 घंटे में पिटे है,
अभी मैं आपको एक सरल जानकारी दे देता हूँ, कब आप पी कर सकते है, हम जो कुछ भी खाते है वो पहले पेस्ट में बदलता है पेस्ट आप समझते है की कोई वस्तु न तो द्रव है न तो ठोस है, बीच की अवस्था है. न तो सॉलिड है न तो लिक्विड है बीच की अवस्था को पेस्ट कहते है. हमने जो कुछ भी खाया वो पेस्ट में बदलता है. इसको लगभग 1 घंटा लगता है और पेस्ट के बाद अगला जो चरण है, वो है रस बनने का पहले पेस्ट बनेगा, भोजन फीर रस में बदलता है, और रस बदलने का जो समय है वो 1 घन्टे से शुरु होता है और 2 घंटे तक चलता है. जब भोजन का रस बनना शुरू होता है, उस समय पानी पीना सबसे अच्छा होता है. तो कम से कम 1 घंटे बाद ज्यादा से ज्यादा दो घंटे बाद पानी पीना है. अधिक जानकारी के लिए ये विडियो देखे –
जैसा कि आपने ऊपर वाले पैराग्राफ में पढ़ा कि भोजन के साथ पानी पीना विष के समान है और भोजन के साथ पानी ना पीकर 1 घंटे 30 मिनट के बाद पीना चाहिए. अब आप सोच रहे होंगे कि पानी भोजन के आलावा किस किस समय बहुत जरुरी पीना चाहिए. क्योकि वैसे तो आप हमेसा पीते है जब भी प्यास लगती है. लेकिन कुछ समय ऐसा भी है जिस समय पानी पीना बहुत जरुरी होता है. अब हम थोडा इसपर ही चर्चा करेंगे.
कब कब पानी जरुर पीना चाहिए >>
आप जब सवेरे सोकर उठते है तो सबसे पहले आपको पानी पीना है. मतलब ये कि आपके दिन की शुरुआत पानी से करे. चाय से नही, कॉफ़ी से नही, दिन शुरू होना चाहिए पानी के साथ. अगर आप रोज सुबह उठते ही पानी पिएंगे तो इसके तीन कारण है- पहला कारण तो ये है कि रात्रि को जब आप सो गये तो मुह में जो लार बनी, वो अंदर नही गयी वो इधर उधर ही जमा है. उठते ही आप पानी पियेंगे तो जो लार आपकी मुह में जमा है वो शरीर के अंदर जाएगी और सुबह की लार सबसे उत्तम होती है, वो पुरे दिन में सबसे अच्छी मानी जाती है. अधिक जानकारी के लिए ये विडियो देखे –
कौन सा पानी पीना चाहिए >>
अब हम बात करे रहे है कि सुबह उठते ही आपको कौन सा पानी पीना चाहिए. आपको जिंदगी में कभी भी ठंडा पानी नही पीना है. आप आप कहेंगे ठंडे पानी से मतलब क्या है. तो जवाब ये है कि फ्रिज में रखा पानी या बर्फ डाला हुआ पानी. ये कभी भी नही पीना है. आब आप कहेगे क्यों ? आप मुझे ये बताओ अगर आपका शरीर ठंडा हो जाये तो इसका मतलब क्या है, इसका सीधा सा मतलब है कि आप मर जायंगे, फिर क्यूँ ठंडा पानी पीना चाहते है. ये ठंडा पानी शरीर के अनुकूल नही है. अब मै आपका समझाता हूँ. आप जैसे ही ठंडा पानी पीते है, शरीर ठंडा ना हो इसके लिए हमारा पेट उस ठन्डे पानी को गर्म करता है. आप कितना भी ठंडा पानी पियेंगे, पेट उसको गर्म करेगा और पानी को गर्म करने के लिए उर्जा लगती है और वो उर्जा है आपका रक्त (खून). अगर ज्यादा ठंडा पानी पियेंगे तो पेट उस पानी को गर्म करने के लिए सारे शरीर से थोडा थोडा रक्त खिचेगा, और जब तक वो पानी गर्म नहीं होता उतनी देर के लिए बाकि सब अंगो को खून की कमी होने लगेगी. और अगर शरीर के अंगो को ये रक्त की कमी नियमित आने लगी तो ये अंग खराब हो जायंगे, तो आपको कभी भी हार्ट अटैक आ सकता है, किडनी फ़ैल हो सकती है, लीवर डैमेज हो सकता है, आप के शरीर के किसी भी अंग का कबाड़ा निकल सकता है. आप घड़े का पानी पी सकते है. मिटते के बने हुए घड़े का पानी कभी भी चिल्ड वाटर नही होता. चिल्ड वाटर का मतलब है जिस पानी का तापमान 15 डिग्री से कम हो और मिटटी के घड़े में पानी आप रखेंगे तो उसका तापमान रूम टेम्परेचर है उससे दो या तिन डिग्री ही कम होता है. इसलिए मिटटी के घड़े का पानी पी सकते है, वो ठंडा नहीं माना जाता. अभी गर्मी के दिन है मिटटी के घड़े का पानी पिए फ्रिज का पानी नही. अधिक जानकारी के लिए ये विडियो देखे –
पानी कैसे पीना चाहिए >>
पानी कैसे पीना है, ये बहुत महत्व की बात है. आप अभी सामान्य रूप से पानी कैसे पीते है, एक गिलास पानी भरा मुह में लगाया गट गट गट एक बार में ही पी लिया, गिलास एक बार में ही ख़त्म. कुछ लोग मुंह खोल लेते है, और खोलकर ऊपर से गिराते है. और पानी लगातार गटकते जाते है ये दोनों तरीके बहुत गलत है. अगर आप घट घट घट लगातार पानी पी रहे है तो आपके शरीर में तिन रोग तो जरुर आने वाले है, पहला Appendicitis, दूसरा हर्निया (आंतों का उतरना) और तीसरा Hydrocele. ये हर्निया सबसे ज्यादा उन्ही लोगो को आता है जो पूरा गट गट के एक बार में ही पानी पीते है और जो Hydrocele है ये थोड़ी उम्र के बाद आती है विशेष रूप से ये पुरषों में आती है. हर्निया तो माताओं में भी आ जाता है लेकिन ये Hydrocele मर्दों की बीमारी है. ये तीनो रोग उन लोगो को जरुर आते है जो एक साथ पूरा लोटा या गिलास पानी गटकते है. अधिक जानकारी के लिए ये विडियो देखे –
कितना पानी पीना चाहिए >>
दोस्तों आप जब पानी पीते है तो आपके मन में आटा होगा कि 1 दिन में कितना पानी आपको पीना चाहिए, कभी कोई कम बताता है तो कोई ज्यादा, लेकिन सही से न्यूनतम और अधिकतम कोई नहीं बताता. आज हम आपको एक फार्मूला बताते है, जिससे आप ये निकाल सकते है कि आपको कितना पानी पीना चाहिए.
एक दिन में जो पानी आपको पीना है उसकी एक न्यूनतम सीमा है और एक अधिकतम. पानी कितना पीना चाहिए इसका एक सूत्र है, आपका वजन कितना है उसमे दस का भाग कीजिये. उतना लिटर पानी आप दिन में अधिकतम पी सकते है. अब आप सोचेगे कि न्यूनतम कितना पानी पीना चाहिए. तो उसका फार्मूला ये है कि आप एक दिन में जितना भोजन करते है उसमे दस का गुना कर दीजिये, उतना कम से कम पानी पीना है. जैसे मन लीजिये आप एक दिन में 350 ग्राम भोजन लेते है तो उसका दस का गुना कर दीजिये. तो एक दिन में साढ़े तीन लिटर पानी कम से कम आपको पीना चाहिए. अधिकतम के लिए जैसे आपका वजन 60 किलो है इसमें दस का भाग दे दीजिये तो 6 आ गया तो अधिक से अधिक 6 लिटर पानी आपको पीना चाहिए.
इस विडियो में देखिए आपको कितना पानी पीना चाहिए >>
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