सपना क्या है ?
आमतौर पर आप उन सपनों की बात करते हैं जो सोते हुए देखे गए होते है, लेकिन उन सपनों के बारे में कभी नहीं सोचते जो जागते हुए देखे जाते हैं। यह सपना भारत का प्रधानमंत्री बनने का भी हो सकता है और किसी स्कूल का टीचर बनके ज्ञान बाटने का भी। सपने मन की तस्वीर होते है जो हर सही व्यक्ति को वास्तव में अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करते है चाहे वह शाहजहां की तरह ताजमहल बनाने का सपना हो या पढाई में उच्चतम स्थान पाने का। सपनों में हमें ऊपर उठाने की ऐसी असीमित शक्ति होती है जो हमें प्रतिकूल परिस्थितियों में भी आगे बढने की प्रेरणा देती है।
प्रसिद्ध विचारक रूजवेल्ट ने भी कहा था कि
जो अपने सपनों की सुन्दरता में विश्वास रखते है, आने वाला समय उन्हीं का है।
डॉ. कलाम ने कहा था
इससे पहले कि सपने सच हों आपको सपने देखने होंगे।।
आपके सपने आपके अपने होते है और आप के द्वारा ही देखे गए होते है। एक बार आप सपने देखने का साहस तो करें। वो कहते है न कि सबसे गरीब व्यक्ति वह नहीं है, जिसके पास धन – दौलत नहीं है बल्कि सबसे गरीब वह व्यक्ति है जिसके पास कोई सपना नहीं है। आज मैं आप से जीवन में सपनों की क्या अहमियत होती है, उसके बारे में बाते करूंगी।
सपना और कल्पना में अंतर
सपना और कल्पना में कभी – कभी अंतर करना मुश्किल हो जाता है। सपने की सबसे बड़ी परिभाषा यह है कि सपने आपकी सर्वश्रेष्ठ उपलब्धियों का छायाचित्र होता है। दूसरे शब्दों में कहे तो जब आप सपना देखते है और अपने जीवन में जिस जगह भी जाना चाहते है उसका आपके मन में मानसिक चित्र बनाने के लिए आपकी भावनाएं आपको कल्पना शक्ति देती है। कल्पना और सपने में बस यही अंतर है कि सपने साकार किये जाते है चाहे वह सपना हवाई जहाज उड़ाने का हो या फिर मंगल ग्रह पर पहुँच कर घर बनाने का। सपना देखते समय इस बात का ध्यान अवश्य रखना चाहिए कि वह प्राप्त करने योग्य हो, अन्यथा वे कल्पना मात्र ही रह जायेंगे।
सपनों से समझौता क्यों?
जिम कैरी जो कि एक हास्य कलाकार थे, उन्होंने अपने कैरियर के मंदी के दौरान धनी व famous बनने का सपना देखा था। उन्होंने अपने सपनो को लिख लिया था और उसे पूरा भी किया। 1995 में उन्होंने 10 मिलियन डॉलर का एक चेक लिखकर अपने पास संभालकर कर रख लिया और प्रबल इच्छाशक्ति व साहस के साथ अपने सपनों को पूरा करने में जुट गये। आश्चर्य की बात तो तब हुई जब number 1995 में
जिम कैरी को मास्क – 2 में काम करने के लिए 20 मिलियन डालर का सुअवसर मिला। यह तभी संभव हुआ जब उन्होंने अपने सपनों के साथ कोई समझौता नहीं किया। इसलिए अपने सपनों को मरने मत दें और न ही उनके साथ कोई समझौता करें बल्कि उन्हें जिंदा रखें और हर रोज अपने सपनों के बारे में सोचे।
सपनों का क्रियान्वयन आप के द्वारा ही होता है इसलिए सपनों को हकीकत में बदलने के लिए आपको तीन महत्वपूर्ण चरणों से होकर गुजरना होगा।
1- अपने सपनों के बारे में सोचना
आप के सपने आपके अपने होते है। इनके साथ किसी भी तरह का समझौता करना समझदारी का काम नहीं है। यदि आपका कोई सपना है जिसे आप अपने जीवन में पाना चाहते है तो सबसे पहले उन सपनों को लिख लीजिए, अगर सपना एक से अधिक है तो उनका एक लिस्ट बना लीजिए साथ ही अपने आप से प्रश्न भी करते रहना चाहिए। इससे आपकी कल्पना को पुन: प्रेरणा मिलेगी जैसे अपने आप से पूछिए यदि मुझे दुनिया में कोई नौकरी मिल सके तो वह किस तरह की होगी ? ऐसे प्रश्नों का उत्तर आप के सपनों को पहले से ज्यादा गति एवं मजबूती प्रदान करेगा।
आप के सपने आपके अपने होते है। इनके साथ किसी भी तरह का समझौता करना समझदारी का काम नहीं है। यदि आपका कोई सपना है जिसे आप अपने जीवन में पाना चाहते है तो सबसे पहले उन सपनों को लिख लीजिए, अगर सपना एक से अधिक है तो उनका एक लिस्ट बना लीजिए साथ ही अपने आप से प्रश्न भी करते रहना चाहिए। इससे आपकी कल्पना को पुन: प्रेरणा मिलेगी जैसे अपने आप से पूछिए यदि मुझे दुनिया में कोई नौकरी मिल सके तो वह किस तरह की होगी ? ऐसे प्रश्नों का उत्तर आप के सपनों को पहले से ज्यादा गति एवं मजबूती प्रदान करेगा।
2- सपने स्पष्ट रूप से देखना
जब आप सपने देखते है तब अपनी इच्छा के अनुसार एक अस्पष्ट विचार से शुरुआत करते है और उसके बाद अपने ध्यान को तब तक केन्द्रित रखते है जब तक दिमाग में सही व स्पष्ट चित्र नहीं बन जाता है।
वास्तव में इस प्रक्रिया के द्वारा आप सपनों को साकार करने का काम करते है। सपनों को सजीव व स्पष्ट रूप से देखना ही विजन है। जब आप अपनी अलग राह चुनते है तो मंजिल तक पहुचने के लिए आपका vision एकदम स्पष्ट होना चाहिए। सपने देखने से हमें न तो कोई हतोत्साहित कर सकता है और न ही आपसे इसको कोई चुरा सकता है। यदि सपना धुंधला है तो विजन बिल्कुल स्पष्ट होना ही चाहिए। जब हमारे पास विजन होता है तभी आप अपनी मनचाही जगह देख पाते है, उसके आस – पास घूमते है और अंत में अपने सपने को स्पष्ट रूप से देख पाते है।
3- अपने सपनों को योजनाबद्ध करना
योजना को चरणबद्ध करना ही प्रतिभागियों को दर्शको से या फिर driver को यात्रियों से अलग करता है। जब आप अपने सपनों के बारे में योजना बनाना प्रारम्भ करते है तो लगता है कि आप अपने सपनों के प्रति गंभीर रहते है। योजना बनाने का मतलब है कि आप केवल बात करने के बजाय उसको पूरा करने के लिए दृढ़ है। जैसे आप अपना कोई नया बिजनेस या पढाई – लिखाई करने के लिए किसी बैंक से कर्ज लेना चाहते है तो बैंक भी सबसे पहले यही प्रश्न पूछेगा कि ‘आपकी भावी योजनाएं क्या हैं ?’ इसलिए अपने सपनों को योजनाबद्ध करना जरुरी है।
इन बातों का रखे खास ख्याल – उपर्युक्त के अतिरिक्त आप को निम्न बातों का भी ख्याल रखना होगा।
- व्यक्तिगत लक्ष्य को लिखें।
- अपने सपने के बारे में गंभीरतापूर्वक विचार करें।
- सपने देखने के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएं।
- सपनों को पूरा करने के लिए विजन में बदलने का प्रयास करें।
- अपने सपनों को योजनाबद्ध करें।
- प्रतिदिन के काम करने की सूची बनाएं।
- और सबसे महत्वपूर्ण बात कि अपने आप में सपने देखने का साहस पैदा करें।
सपनों को साकार करने में इन महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखते हुए कार्य को अंजाम दिया जा सकता है
और इस तरह से एक सफल जीवन को जिया जा सकता है।
Thanks
Babita Singh
Blog : www.khayalrakhe.com
बबीता जी by profession एक टीचर हैं और साथ ही वे एक NGO से जुड़कर women empowerment के लिए काम करती हैं. अपने ब्लॉग के माध्यम से वे महिलाओं से जुड़ी स्वास्थय समस्याओं के बारे में लोगों को aware करना चाहती हैं।
We are grateful to Babita ji for sharing a an inspirational Hindi article on Dreams. Thanks a lot!
Source: http://www.achhikhabar.com
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