Friday 7 July 2017

आंतरिक छिपी हुई शक्तियों पर प्रेरणादायक कहानी Inspiring Story On Internal Hidden Powers


सुबह का समय था। बच्चों के स्कूल पहुंचने का समय। स्कूल में पढ़ने वाले दो स्टूडेंट बहुत साफ और सुन्दर दिखने वाली यूनिफार्म पहने हुए और मुस्कुराकर आपस में बात करते हुए अपने स्कूल जा रहे थे।
जब वह एक ऐसी सड़क पर थे, जहाँ से बहुत कम लोग आते जाते थे, उस रास्ते पर चलते चलते अचानक वह दोनों रुक गए और डरते हुए अपने सामने की ओर देखने लगे।

story on human inner hidden powers in hindi
Human Hidden Powers

उनके सामने कुछ ही दूरी पर एक बंदर (Monkey) रास्ते में बैठा हुआ था और उनकी तरफ देख रहा था। जैसे ही दोनों ने आगे बढ़ने की कोशिश की तो बंदर गुर्राने लगा।
ऐसा लग रहा था कि वह बंदर रास्ते से हटने के मूड में नहीं था। दोनों दोस्त डर गए और अब उन्होंने किसी से सहायता (help) लेने का विचार किया।
उन्होंने अपने दायीं तरफ देखा तो उन्हें एक घर दिखा जिसका दरवाजा खुला हुआ था और अंदर आँगन में कुछ बच्चे खेल रहे थे। दोनों दोस्तों ने सोचा कि क्यों न इन बच्चों से मदद ली जाये।
लेकिन जैसे ही दोनों ने उन बच्चों से मदद मांगी तो उन्होंने मना कर दिया और कहा, “हम लोग खेलने में व्यस्त हैं, तुम किसी और से मदद मांग लो।” और ऐसा कहकर उन बच्चों ने घर का दरवाजा भी बंद कर लिया।
दोनों दोस्तों ने अब फिर उस बंदर की ओर देखा और जैसे ही एक कदम आगे बढ़ाया, बन्दर फिर से उन्हें देखकर गुर्राने लगा। अब दोनों काफी डर गए थे। उन्हें लगने लगा था कि आज वह स्कूल नहीं पहुंच पाएंगे।
लेकिन अब दायीं ओर से मदद का दरवाजा बंद होने पर उन्होंने अपने बायीं ओर देखा जहाँ दो व्यक्ति आपस में बातचीत कर रहे थे। दोनों दोस्तों ने तुरंत उनको आवाज लगाई और मदद करने को कहा।
लेकिन मदद करने की जगह उनमे से एक व्यक्ति बोला, “इतने बड़े होकर एक बन्दर से डरते हो, आगे बढ़ो और सड़क के किनारे से निकल जाओ तो बन्दर कुछ नहीं कहेगा।” इतना कहकर दोनों व्यक्ति अपने घर के अंदर चले गए और दरवाजा बंद कर लिया।
अब दोनों दोस्तों ने सड़क के किनारे से जाने का फैसला किया। लेकिन जैसे ही वह आगे बड़े तो बन्दर बहुत तेजी से गुर्राया। दोनों दोस्त तुरंत वहीँ रूक गए। अब दाएं और बाएं दोनों ओर से दरवाजे बंद हो चुके थे।
अब उनके आगे बन्दर था और पीछे वापस लौट जाने का रास्ता। दोनों की मंजिल तो रास्ते के आगे थी लेकिन पीछे बापस लौट जाने का रास्ता भी था।
ऐसे में दोनों में से एक दोस्त सोचने लगा कि आगे जाते हैं तो बन्दर हमें नुकसान पहुंचाएगा और पीछे जाते हैं तो स्कूल नहीं पहुंच पाएंगे, बापस घर पहुंच जायेंगे। क्या निर्णय लिया जाये?
कुछ देर सोचने के बाद उसने निर्णय लिया कि वह बापस घर लौट जायेगा, आगे बढ़ना और बन्दर का सामना करना उसके बस की बात नहीं है।
वह यह सब सोचने में इतना व्यस्त हो गया कि उसे ध्यान ही नहीं रहा कि उसके आसपास क्या बदलाव हुआ। निर्णय लेने के बाद जैसे ही उसने अपने पीछे देखा तो हैरान रह गया और डर के मारे उसका शरीर काँपने लगा।
उसने देखा कि उसका दोस्त अब वहां नहीं है, वह बापस घर लौट चुका था। साथ ही उसने देखा कि पीछे से कुछ बन्दर अब आगे की ओर बढ़े चले आ रहे हैं। अब पीछे जाने का भी रास्ता बंद हो चुका था।
अब स्थिति यह थी कि वह अकेला था। आगे उसकी मंजिल थी लेकिन वहां खतरनाक बन्दर रास्ता रोके बैठा था। दाएं और बाएं से दरवाजे बंद हो चुके थे और पीछे जाना भी अब संभव नहीं था।
सबसे बुरी स्थिति यह थी कि वह अपनी जगह खड़ा रहकर किसी की सहायता का इन्तजार भी नहीं कर सकता था क्योकि कुछ बन्दर पीछे से आगे उसकी तरफ बढे चले आ रहे थे। दोस्त साथ छोड़ चुका था। अब उसे जल्दी ही कुछ निर्णय (Decision) लेना था।
अब जल्दी ही उसको अपने अंदर से कुछ आवाजें आने लगी जो उसे कुछ अच्छा करने को प्रेरित (Motivate) कर रही थीं। कुछ तो करना ही था।
तभी अचानक से उसने अपने अंदर की आवाज (Inner voice) को सुना जो उससे चीख चीख कर कह रही थी कि वह अगर सही निर्णय (Right decision) ले तो समस्या का सामना भी कर सकता है और अपनी मंजिल पर भी पहुंच सकता है।
उसके अंदर अब आत्मविश्वास (Self confidence) जन्म लेने लगा और अब तुरंत उसने अपने पास पड़ा एक पत्थर उठाया और आगे बैठे बन्दर की ओर तेजी से भागा।
अब बन्दर उसपर गुर्राने की बजाये अपनी जान बचाकर तुरंत वहां से भाग गया और एक मकान की छत पर जा बैठा। रास्ता खुल गया!!! अब आगे बढ़कर मंजिल पर पहुंचने का रास्ता खुल गया।
वह लड़का तुरंत भागा और स्कूल जा पहुंचा। आज के दिन वह सफल हो चुका था। उसके आत्मविश्वास की जीत हुई थी, उसकी हिम्मत ने आज एक विजय हासिल की थी, उसे आज अपने अंदर की शक्तियों का एहसास हो चुका था, उसे पता चल चुका था कि सफलता कब और कैसे हासिल की जा सकती है।

इस प्रेरणादायक कहानी से आपने क्या सीखा?
What is the Moral of this Inspiring Story?

दोस्तों! यह कहानी हमें बहुत कुछ सिखाती है। जीवन में सफलता पाने की कुंजी है यह कहानी। (This story is the key to success in life)
अपने अंदर छिपी शक्तियों के बारे में जानने का एक फार्मूला है यह कहानी। (A formula to know about the hidden powers)
दुनिया में सभी लोग कहानी में बताये गए दोस्तों की तरह ही तो अपनी अपनी मंजिल (Goal) की तरफ आगे बढ़े चले जा रहे हैं। मंजिल की तरफ आगे बढ़ने पर जब कोई परेशानी (Life Problems) आती हैं तो हम खुद पर विश्वास न करके दूसरों से मदद मांगते हैं।
मदद मांगने से हमें हमेशा नुकसान ही होता है। क्योकि यदि मदद मिल जाती है तो ऐसी स्थिति में हम मंजिल की ओर कुछ आगे तो पहुंच जाते हैं लेकिन कभी खुद की शक्तियों (Own powers) को नहीं पहचान पाते।
और कभी ऐसा समय आता है जब समस्या आने पर हमें अपने आसपास से मदद न मिले तो हम डर जाते हैं और बापस लौटने का निर्णय ले लेते हैं। कुल मिलाकर मदद हमें अंदर से कमजोर बनाती है।
कहानी में वह स्टूडेंट जो अपने दोस्त के साथ था, जब परेशानी आयी तो इधर उधर मदद मांगने लगा और बाद में सभी रास्ते बंद होने पर उसने बन्दर को पत्थर से मारने का निर्णय लिया जबकि वह निर्णय पहले भी लिया जा सकता था।
केवल परिस्थिति का अंतर था। पहले उसे अपने अंदर की शक्तियों (Inner powers) का एहसास ही नहीं था लेकिन जब सभी तरफ से रास्ते बंद हो गए तो उसे एहसास हुआ कि उसके अंदर तो अपार शक्तियों का भंडार है।
जबकि उसका दोस्त यह एहसास नहीं कर पाया क्योंकि उसे पीछे लौट जाने का रास्ता मिल गया था।
दोस्तों! इस कहानी से सबसे बड़ी सीख (Life lesson) हमें यह मिलती है कि हमारे अंदर की शक्तियां (Insider powers) तब बहुत जल्दी जाग जाती हैं जब परेशानी आने पर कहीं से हेल्प नहीं मिलती और आगे बढ़ने के अलावा सभी रास्ते बंद हो चुके होते हैं।
इंसान के अंदर बहुत सी आंतरिक शक्तियां हैं। जरुरत केवल उन्हें पहचान लेने की है। (There are many inner powers within the human being. They only need to recognize them)
इस कहानी से और भी बहुत कुछ सीखा जा सकता है। दोस्तों! आप हमें Comment करके बताइये कि आपने इस कहानी से क्या नया सीखा।
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Source: http://www.aapkisafalta.com/2017/05/human-inner-hidden-powers-inspiring-story-hindi.html

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