Wednesday 26 July 2017

निश्चित समय पर कार्य कैसे करें? | Use Biological Clock


प्रत्येक दिन हम बहुत से काम करते हैं। इनमे से बहुत से काम हमें याद रहते हैं लेकिन कुछ काम ऐसे होते हैं जो जरुरी होते हुए भी हम भूल जाते हैं। आजकल Life इतनी व्यस्त हो गई है कि बहुत से काम हमें प्रत्येक दिन करने पड़ते हैं। यदि यह काम समय पर पूरे न हो पाएं तो हमारे सामने समस्या खड़ी हो जाती है।
कभी कभी ऑफिस के काम में हम इतने व्यस्त रहते हैं कि दोपहर का खाना खाने तक का ध्यान नहीं रहता। रात को ऑफिस का काम घर पर करते हैं और रात के 12 कब हो गए, पता ही नहीं चलता। सुबह को ऑफिस को जाने के लिए जल्दी उठना पड़ता है, इसके लिए हम अलार्म घडी का प्रयोग करते हैं। अलार्म घडी का प्रयोग करने के बाद भी हम कभी सही समय पर तो कभी देर से उठते हैं।
कुल मिलाकर पूरे दिन में इतना काम रहता है कि कोई भी काम सही Time पर नहीं हो पाता। यह समस्या बहुत से लोगो की है। ज्यादा काम होने की वजह से बहुत से काम हम दिन में भूल जाते हैं या कोई काम करना तो शाम 6 pm पर है लेकिन उस काम की दो घंटे बाद याद आती है और बहुत से काम हमारे इसी वजह से Pending में रहते हैं।
हमारे सामने एक समस्या यह भी आती है कि बहुत से काम ऐसे होते हैं जो रोज करने जरूरी होते हैं लेकिन हमारा उन कामों में मन नहीं लगता है जिसकी वजह से हम उन कार्यों को आगे के लिए टाल देते हैं जिससे समस्या सुलझने की जगह बढ़ती जाती है।
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दोस्तों ! आज मैं आपको इस समस्या को दूर करने का एक बहुत ही आसान तरीका बताना चाहता हूँ जिससे हम ज्यादा काम होते हुए भी सभी काम सही समय और सही तरीके से पूरा कर पाएंगे और हमारा काम करने में मन भी लगेगा। सही बात तो यह है की हमें काम की अधिकता नहीं बल्कि काम की अनियमितता मार देती है। आजकल काम तो ज्यादा होता ही है लेकिन यदि हम काम को नियमित या सही समय पर करेंगे तो हमारी इस समस्या का समाधान हो जायेगा।
लेकिन अब प्रश्न यह है कि हम अपने सभी कामों को सही समय पर पूरा कैसे कर सकते हैं ? इसके लिए मैं आपको यह बता दूँ कि समस्या को दूर करने का एक सबसे बढ़िया तरीका है—- अपने शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक का प्रयोग करना।

बायोलॉजिकल क्लॉक (Biological clock) क्या हैं ?

हमारे शरीर में एक घड़ी होती है जिसे बायोलॉजिकल क्लॉक कहा जाता है। जिस तरह हम अलार्म घडी का प्रयोग किसी भी काम को सही समय पर पूरा करने के लिए करते हैं ठीक उसी तरह हम अपने शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक का प्रयोग किसी भी काम को सही समय पर पूरा करने के लिए करते हैं।
जी हाँ, यह बात सत्य है !
उदहारण के लिए, यदि हम रात में 8 pm पर Dinner लेते हैं और यह काम हम लगातार करते रहें तो हमें प्रत्येक दिन रात 8 pm पर भूख लगने लगेगी, चाहे हम उस समय कोई भी काम कर रहे हों यानी जैसे ही 8 pm होंगे तभी हमारा शरीर भूख को महसूस करने लगेगा और हमारे शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक हमें तुरंत खाना खाने के लिए कहेगी। इस तरह हम दिन में किसी भी काम को सही समय पर याद करने के लिए या पूरा करने के लिए बायोलॉजिकल क्लॉक का प्रयोग कर सकते हैं।
बहुत से लोग इस बायोलॉजिकल क्लॉक के बारे में जानते हैं लेकिन इसका प्रयोग नहीं करते हैं। मेरी आपके लिए यह राय है की आप इस बायोलॉजिकल क्लॉक का प्रयोग कीजिये जिससे आपकी बहुत सी समस्यायों का समाधान मिल जायेगा।
अब यदि आप दिन में एक निश्चित समय पर कोई एक निश्चित काम करने आदत का विकास कर लेते हैं तो आपका शरीर और आपका मन दोनों उस काम के लिए पूरी तरह से तैयार होते हैं। उदहारण के लिए, यदि आप सुबह 5:30 am पर टहलने की आदत बनाते हैं तब प्रत्येक दिन सुबह 5:30 am पर आपका शरीर और मन दोनों टहलने  के लिए तैयार होते हैं। इस समय आपको आलस बहुत काम आएगा।
बायोलॉजिकल क्लॉक का प्रयोग करने का सबसे महत्वपूर्ण फायदा यह है कि इससे हम ऐसे कामों को भी बड़ी आसानी से कर लेते हैं जो हमें पहले अच्छे नहीं लगते हैं। आपको जो भी काम अच्छे नहीं लगते हों और रोज करने बहुत जरुरी हों जैसे पढ़ाई करना, व्यायाम करना आदि। तो आप बायोलॉजिकल क्लॉक का उपयोग करके अपने शरीर और मन दोनों को उस काम के लिए तैयार कर सकते हैं। अतः अपने प्रत्येक काम को अपने शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक से जोड़ लें और टेंशन फ्री हो जाएँ।
किसी भी महत्वपूर्ण काम को एक निश्चित समय पर करने की आदत विकसित करके उसे बायोलॉजिकल क्लॉक से जोड़ देने से बहुत से फायदे होते हैं—
1- कोई भी काम हम रोज सही समय से पूरा कर पाते हैं। 
2- किसी भी जरूरी काम को हम काम की अधिकता के कारण भूलते नहीं हैं। 
3- कोई भी काम करने में हमें आलस नहीं आता है।
4- किसी भी काम के लिए हमारा शरीर और मन दोनों पूरी तरह तैयार होते हैं। 
5- काम में मन लगने से काम करना अच्छा लगता है और काम सरल भी लगता है।
दोस्तों ! यह किसी भी काम को सही समय में करने का सबसे कारगर तरीका है और सबसे सरल भी है क्योकि इसके लिए हमें किसी दूसरी वस्तु पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है। अगर आपको यह तरीका पसंद आया हो तो इसे जरूर अपनाएं। मैं भी अपने बहुत से काम इसी तरीके से पूरा करता हूँ। यदि लेख अच्छा लगा हो तो comment जरूर करें।

Source: http://www.aapkisafalta.com/2015/09/how-to-work-on-time-by-biological-clock-in-hindi.html 

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