एक बार एक राजा का दरबार (Court of the King) खुले आसमान के नीचे लगा हुआ था। ठंड का मौसम (Cool weather) था और सुनहरी धूप (The golden sun) सभी को हल्की गर्माहट दे रही थी। अनेक प्रकार की कलाओं (Knowledge) की जानकारी रखने वाले लोग राजा के सामने अपनी कलाओं का प्रदर्शन कर रहे थे।
कोई जादूगर (Magician) अपना जादू (Magic) दिखा रहा था तो कोई गायक (Singer) मधुर गीत (Sweet song) गा रहा था। सभी विद्वानों (Scholars) को अपनी कलाओं को दिखाने का मौका (opportunity) दिया जा रहा था। तभी एक व्यापारी (Trader) आया। उसके पास दो चमकदार हीरे (Shiny Diamonds) थे।
उसने हीरों को राजा के सामने रखा और कहा, “मैं आपकी प्रजा के ज्ञान (Knowledge) को परखना चाहता हूँ। यह दो हीरे सबके सामने रखें हैं, इनमे से एक असली (Original) है और एक नकली (Fake) है। आपके साम्राज्य में जो भी व्यक्ति असली हीरे को पहचान कर बता देगा, उसको मैं यह हीरा दे दुंगा और यदि कोई भी असली हीरे को नहीं पहचान पायेगा तो आप मुझे इस हीरे की कीमत के बराबर धन (Money) देंगे।”
राजा ने शर्त मान ली और अपनी प्रजा से दोनों हीरों में से असली हीरे को पहचानने को कहा। एक-एक करके बहुत से योग्य व्यक्ति (Deserving person) आते गए लेकिन असली हीरे की पहचान कोई नहीं कर पा रहा था क्योकि दोनों हीरे एक जैसे दिख थे और दोनों ही धूप में बहुत चमक रहे थे।
राजा को बड़ा दुःख हुआ कि उसके साम्राज्य का कोई भी व्यक्ति असली हीरे (Real Diamond) को नहीं पहचान पा रहा है। राजा शर्त के अनुसार हीरे की कीमत का धन (Money) उस व्यक्ति को देने ही वाला था तभी एक अंधा व्यक्ति (Blind person) जोर से चिल्लाया, “मैं असली हीरे की पहचान कर सकता हूँ मुझे मौका दिया जाये।”
सभी लोग अचंभित (Surprised) को गए कि अंधा व्यक्ति असली हीरे को कैसे पहचान पायेगा? लेकिन राजा के पास कोई और रास्ता भी नहीं था, उसने अंधे व्यक्ति को हीरे के पहचान करने की आज्ञा दे दी।
अंधे व्यक्ति ने दोनों हीरों को हाथ में उठाया और कहा, “मेरे दायें हाथ (Right hand) में जो हीरा है, वह ही असली हीरा है और वायें हाथ (Left hand) वाला हीरा कांच का है।”
तभी राजा ने कहा, “तुम यह कैसे कह सकते हो कि तुम्हारे दायें हाथ वाला हीरा ही असली है?”
अंधा व्यक्ति बोला, “मेरे दायें हाथ वाला हीरा धूप के ताप से भी गर्म न होकर ठंडा है, अतः यही असली हीरा है जबकि मेरे दूसरे हाथ वाला हीरा धूप से गर्म हो गया है, अतः यह कांच (Glass) का बना हुआ है और नकली (Artificial) है।
व्यापारी ने अंधे व्यक्ति (Blind person) की बात मान ली और कहा, “अंधे व्यक्ति द्वारा बताया गया हीरा ही असली है और अब शर्त के अनुसार यह हीरा इस अंधे व्यक्ति का हुआ। लेकिन अंधे व्यक्ति ने जो असली हीरे की पहचान बतायी, वह तो मुझे भी नहीं पता थी। असली हीरे की पहचान का मेरा दूसरा तरीका है।”
राजा बोला, “आपका तरीका कौन सा है? आप भी हमें असली हीरे की पहचान का तरीका बता दें।”
तभी व्यापारी ने दोनों हीरों को अपने हाथ में लिया और जमीन पर गिरा दिया। गिरने से एक हीरा टूट (Break) गया जबकि दूसरा बिलकुल सही रहा।
व्यापारी बोला, “जो हीरा नकली था और कांच का बना हुआ था, वह टूट गया और जो असली था उसका गिरने पर भी कोई नुकसान नहीं हुआ।”
राजा बहुत खुश (Very Happy) हुआ और व्यापारी को इनाम (Gift) दिया तथा व्यापारी ने शर्त के अनुसार अंधे व्यक्ति को असली हीरा दे दिया।
दोस्तों! इसी तरह से इस दुनिया में भी दो तरीके के व्यक्ति (Two types person) होते हैं। एक सफल व्यक्ति (Successful person) होता है जिसका स्वभाव (Habits) हीरे जैसा होता है और दूसरा असफल व्यक्ति (Unsuccessful person) होता है जिसका स्वभाव कांच जैसा होता है।
एक दिन में हमारे दिमाग में हजारों विचार (Thousands Ideas) आते है और सैकड़ों विचार (Hundreds thoughts) दूसरे लोगों के भी हम सुनते और जानते हैं। इनमे से बहुत से सकारात्मक विचार (Positive Thoughts) होते हैं जो हमें प्रेरित (Motivate) करते हैं और बहुत से नकारात्मक विचार (Negative thoughts) होते हैं जो हमें प्रेरणाहीन (Demotivated) बनाते हैं।
जिस तरह असली हीरा (Original diamond) अपने ऊपर आये ताप (Heat) को ग्रहण नहीं करता है और हमेशा शीतल (Cool) बना रहता है उसी तरह एक सफल व्यक्ति नकारात्मक विचारों (Negative thinking) को ग्रहण नहीं करता है और हमेशा सफलता (Success) प्राप्त करता रहता है।
सकारात्मक सोच (Positive thinking) को ग्रहण करने वाला व्यक्ति सकारात्मक विचारों (Positive Attitude) वाला ही होता है और उसकी प्रेरणात्मक व्यक्तित्व (Inspirational personality) की चमक सभी को दिखाई देती है। वह आत्मविश्वासी (Self Confident person) और उच्च आत्मबल (High Will power) वाला व्यक्ति होता है।
जबकि नकारात्मक विचारों (Negative Ideas) को ग्रहण करने वाला व्यक्ति असफल (Failure person) रहता है। वह Negative ideas को भी अपने Mind में लेता रहता है और दोनों प्रकार के विचारों का युद्ध (War of Ideas) चलता रहता है और अंत में बहुत संघर्ष (Struggle) के बाद Negativity जीत जाती है और Positivity हार जाती है।
अतः यह बात हमें सिखाती (Teach) है कि–
“अपने चारों ओर फैले नकारात्मक विचारों को खुद से दूर फैक दीजिये और सकारात्मक विचारों को अपने अंदर सोख लीजिये।”
इसी प्रकार जीवन (Life) में बहुत सी परेशानियां (Problems) आती रहती हैं। उन परेशानियों (Difficulties) का सामना एक प्रेरित (Motivated) और सफल व्यक्ति (Victorious person) ही कर पाता है।
जिस प्रकार गिरने पर कांच टूट कर बिखर (Broken to pieces) जाता है उसी प्रकार कमजोर व्यक्तित्व (Weak personality) वाला व्यक्ति भी जीवन में परेशानियों (Troubles) के आने पर टूट जाता है और उसका आत्मविश्वास (Self confidence) बिखर जाता है।
जबकि हीरा गिरने पर भी नहीं टूटता क्योकि वह अंदर से बहुत मजबूत (Strong) होता है। इसी प्रकार एक सफल व्यक्ति मजबूत व्यक्तित्व (Strong personality) का धनी होता है जो Life में परेशानियों के आने पर भी नहीं बिखरता और सफलता के शिखर (Peak of success) पर पहुंच जाता है।
अतः यह बात प्रेरित (Inspire) करती है कि–
“एक सफल व्यक्ति बार-बार गिरने पर भी उठ खड़ा होता है जबकि एक असफल व्यक्ति गिरने के बाद फिर कभी नहीं उठ पाता।”
तो आप कैसा बनना चाहते हैं? Glass की तरह या Diamond की तरह? निर्णय (Decision) आपके ऊपर है!!!
Source: http://www.aapkisafalta.com/2015/11/inspirational-hindi-story-on-diamond-and-glass.html
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