आजकल कुछ लोग बहुत अधिक सोचने (Overthinking) लगे हैं। सोहन को ही देख लीजिए। सोहन अपने घर से ऑफिस के लिए कुछ सोचता हुआ बाहर निकला। लगातार कुछ सोचते हुए वह अपने ऑफिस पहुंचा। ऑफिस पहुंचकर उसे ध्यान आया कि जिस बस से वह आया, उस बस में वह अपना लंच बॉक्स भूल गया है।
ऑफिस में भी वह कुछ सोच रहा था कि तभी एक चपरासी उसके पास आया और उसने बताया कि अभी थोड़ी देर पहले उसने एक फाइल में गलत जगह साइन कर दिए हैं, बॉस बहुत गुस्सा होकर उसके पास ही आ रहा है।
ऑफिस से लौटते समय अधिक सोचने के कारण उसके सिर में दर्द होने लगा। घर पहुंचा तो सिर के दर्द के बारे में इतना सोचने लगा कि अपने परिवार से एक भी बात शेयर नहीं कर पाया।
डिनर के टाइम सिर में दर्द बहुत बढ़ने के कारण वह खाना भी नहीं खा पाया। फिर कुछ ही समय बाद जब वह कुछ सोच रहा था तो उसके छोटे से बेटे ने अपना होम वर्क कराने को कहा तो केवल इसी बात पर उसने अपने बेटे को डांट दिया।
परिवार में किसी ने कुछ कहा तो उससे लड़ बैठा और कुछ सोचते हुए देर रात में उसे नींद आ गई।
दोस्तों! सोहन जैसी लाइफ आजकल बहुत से लोग जिये जा रहे हैं। ऐसी अस्त-व्यस्त लाइफ का केवल एक ही कारण है और वह है– अत्यधिक सोचना (Over Thinking)
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी (Busy life) में प्रत्येक व्यक्ति बहुत व्यस्त होता जा रहा है। अधिक काम होने की वजह से वह अधिक सोचने लगा है। और यही अधिक सोचना (Overthink) उसके लिए घातक बनता जा रहा है।
सोचना बुरा नहीं होता बल्कि सोचना तो मानव का एक जरुरी स्वभाव है लेकिन जरुरत से अधिक सोचना बिलकुल गलत है। जरुरत से अधिक सोचने पर हमारा अपने ही मन और शरीर पर कंट्रोल नहीं रहता है और तरह-तरह के हमें नुकसान उठाने पड़ते हैं।
कोई व्यक्ति अधिक क्यों सोचने लगता है?
Causes Of Overthinking
अब मैं आपको बताता हूँ कि ऐसे कौन से कारण हैं जिसकी वजह से लोग overthinking करने लगते हैं–
1- आजकल लोगों के ऊपर वर्कलोड बहुत अधिक हो गया है। किसी एक जॉब से जीवन को सही से चलाना कठिन होता जा रहा है। इसी वजह से व्यक्ति अधिक काम करने के साथ-साथ अधिक सोचने भी लगा है।
2- एक कार्य पूरा होता नहीं कि चार कार्य pending में लग जाते हैं। अतः आजकल व्यक्ति एक कार्य करते हुए किसी दूसरे कार्य के बारे में सोचता रहता है।
3- ऑफिस से मनचाहा payment न मिल पाना, society में मनचाही इज्जत न मिल पाने के कारण भी बहुत से लोग overthinking करने लगते हैं और इसी वजह से जो वह चाहते हैं वह उन्हें नहीं मिल पाता है।
4- आजकल एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ लगी हुई है। कैसे भी हो, दूसरों से आगे निकलना बहुत जरुरी है। प्रतियोगिता की ऐसी भावना किसी भी व्यक्ति को overthinking को मजबूर करती है।
5- घर से और बाहर कहीं से मिलने वाला pressure, अधिक कमाने की इच्छा, समय से पहले बड़ी सफलता (Big success) प्राप्त करने की चाहत आदि ऐसे बहुत से कारण है जिसकी वजह से व्यक्ति जरुरत से अधिक सोचने पर मजबूर हो जाता है।
जिस तरह लोगों में overthinking बढ़ती जा रही है, यह एक बहुत चिंता का विषय है। हर समय सोचते रहना और उससे कोई भी लाभ न होकर केवल नुकसान होने को ही चिंता (worry) कहते हैं।
किसी ने सही कहा है कि चिंता (Worry) और चिता (Pyre) में कोई अंतर नहीं होता। और अगर कोई अंतर है भी, तो केवल एक बिंदु (.) का अंतर होता है।
लगातार और अधिक सोचते रहने से हमारा दिमाग एक जलती हुई भट्टी की तरह बन जाता है। यह जलती हुई भट्टी खुद भी जलती है और उसको भी जलाती है जो इसके पास आता है। अर्थात एक overthink करने वाला व्यक्ति खुद तो इसका नुकसान उठाता ही है बल्कि उस व्यक्ति के आसपास रहने वाले लोगों को भी नुकसान उठाना पड़ता है।
अधिक सोचने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं?
Losses Of Overthinking
overthinking से होने वाले नुकसान बहुत अधिक हैं। उनमे से कुछ, मैं यहाँ आपको बताने जा रहा हूँ–
1- Overthinking से हमारे मन में नकारात्मकता (Negativity) आने लगती है और हम Negative thinking के शिकार हो जाते हैं।
2- Overthinking से हम फालतू की बातें बहुत सोचने लगते हैं। इन फालतू की बातों का न तो कोई कारण होता है और न ही इनका कोई वजूद होता है।
3- Overthinking से हमें भूलने (Forget) की बीमारी हो जाती है। हम छोटी-छोटी बातों को भी भूलने लगते हैं जिससे हमारी दिनचर्या बहुत गड़बड़ा जाती है।
4- Overthinking से अनेक तरह के रोग (Disease) लग जाते है। भूख कम लगना, सिर में हर समय दर्द रहना, चिड़चिड़ाहट हो जाना आदि बहुत सी समस्याएं हमारे शरीर में उत्पन्न हो जाती हैं।
5- Overthinking से व्यक्ति न तो समाज से अच्छे रिलेशन रख पाता है और न ही घर के लोगों से अच्छे संबंध बना पाता है।
अब एक काम की बात आपको बताना चाहता हूँ। दोस्तों! हर समस्या का एक समाधान जरूर होता है। Problem जब भी आती है तो अपने साथ Solution भी साथ में ही लेकर आती है।
जब overthinking एक समस्या है तो इसके समाधान भी जरूर होंगे।
अधिक सोचने से कैसे बचा जा सकता है?
How To Stop Overthinking Disorder
अब मैं आपको overthinking से कैसे बचा जाये या overthinking से होने वाली problems से कैसे बचा जाये, इस बारे में आपको बताता हूँ–
1- वर्तमान में रहने की आदत डालें (Living in the present moment)- अधिक सोचने वाला व्यक्ति कभी अपने अतीत (past) बारे में सोचता रहता है तो कभी अपने भविष्य (future) बारे में सोचता रहता है। इससे बचने के लिए वर्तमान में रहने की आदत डालें। अपने आसपास की घटनाओं पर ध्यान दें और जो कार्य आप कर रहें हैं उस पर अपना ध्यान केंद्रित करें।
2- अपना मनपसंद काम करें (Do what you like)- जब भी आपको free time मिले तो उस समय आप अपने पसंद के कार्य करो। इसके लिए आप writing कर सकते है, कोई game खेल सकते हैं, swimming कर सकते हैं। आप हर वह अच्छा काम कर सकते हैं जो आपको पसंद हों।
3- सोचना थोड़ा कम करें (Think less)- आप कोशिश करें कि थोड़ा कम सोचा जाए अर्थात उतना सोचें जितना जरुरी है। सोचना व्यक्ति की habit होती है लेकिन यदि सही समय पर सही बात सोची जाये तो वह फायदा देती है। अतः अधिक सोचने की जगह कम तथा अच्छा सोचें।
4- फालतू की बातों को भूलना सीख लें (Forget to useless thinking)- जब भी फालतू की बातें आपके दिमाग में आएं तो तुरंत अलर्ट हो जाएं और उन बातों को अपने mind से तुरंत निकाल दें। ऐसा करने में शुरू में आपको कुछ परेशानी होगी लेकिन यदि आप मन में ठान लेंगे तो बाद में ऐसा करना आपके लिए बहुत आसान हो जायेगा।
5- अच्छा सोचने की आदत डालें (Develop the habit of good thinking)- आपको अच्छा सोचने की आदत डालनी चाहिए। अच्छा सोचने से negative thinking के लिए हमारे mind जगह नहीं रहती। अच्छा सोचने से मन प्रसन्न भी रहता है और कार्य में मन भी लगता है। अतः अच्छा सोचें और अच्छा करें।
6- संगीत सुने और मैडिटेशन करें (Listen to music and take meditation)- overthinking से बचने के लिए आप अपना मनपसंद Music सुन सकते हैं। अच्छा संगीत मन को टेंशन फ्री रखता है। आप meditation का प्रयोग भी कर सकते हैं। इससे आप अपने मन को अच्छा और कम सोचने के लिए motivate कर पाओगे।
7- खाली (फ्री) न बैठें (Don’t sit free )- कहते हैं कि खाली दिमाग शैतान का घर होता है। जब भी आप free बैठें होंगे तो आपके दिमाग में फालतू की बातें आती रहेंगी और आप बहुत अधिक सोचने लगेंगे। इससे बचने के लिए आप हमेशा कुछ न कुछ जरूर करते रहें। busy रहने से फालतू की बातें mind में कम आती हैं।
Written By-
Mr. Manoj Varshney
Bisauli (Badaun) (U.P.)
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Source: http://www.aapkisafalta.com/2016/05/how-to-stop-overthinking-in-hindi.html
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