Friday 14 July 2017

जीवन में कभी हार मत मानों | Never Give Up




दोस्तों! एक बार फिर मुझे Hindi speech का मौका मिला है। आज मैं आपको “जीवन में कभी भी हार नहीं मानना” (Never Give Up) टॉपिक पर स्पीच दूंगा।
इस दुनिया (world) में अरबों लोग हैं और सभी सफलता (success) प्राप्त करना चाहते हैं। बहुत से लोग ऐसे हैं जो सफलता के लिए शुरुआत (starting for success) ही नहीं करते लेकिन करोड़ों लोग ऐसे भी हैं जो सफलता को प्राप्त करने के लिए शुरुआत तो कर देते हैं लेकिन सफलता के रास्ते में केवल दो कदम रखते ही जब एक छोटी सी problem सामने आ जाती है और अपना सीना तान लेती है तो कुछ लोग डर जाते हैं।


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Never Give Up

लेकिन आपको शायद पता होगा कि सफलता के रास्ते (way of success) में यह जो सबसे पहली समस्या आपके सामने खड़ी होती है, वहीँ से सफलता की शुरुआत होती है और वहीँ से असफलता (failure) की भी शुरुआत होती है। यह निर्णय (decision) हमारा है कि हम किसे चुनते हैं।
आप बताइये कि आप किसे चुनेंगे? जी हाँ! आपने सही कहा….. आप सफलता की शुरुआत करेंगे और समस्या को कुचलकर आगे बढ़ जायेंगे।
लेकिन बहुत से ऐसे लोग होते हैं जो इस प्रॉब्लम से डर जाते हैं, डर के कारण वह अपने कदम पीछे खींच लेते हैं और unsuccessful हो जाते हैं। लेकिन आपको ऐसा नहीं करना है, आपको तो लगातार (continuous) सफलता के मार्ग पर चलते रहना है और अगर कोई problem सामने आये तो उसे मार भागना है…… कुछ भी हो, समस्या को जड़ से उखाड़कर फेंकते जाना है लेकिन हार नहीं मानना (never give up) है।
आइये अब मैं आपको एक खेल के मैदान के बारे बताता हूँ जिसमे आप हमेशा खड़े हुए हैं और तब से खड़े हुए हैं जब से आप इस दुनिया में आये हैं और तब तक खड़े रहेंगे जब तक आप चाहेंगे। यह दुनिया एक खेल का मैदान ही तो है और आप इसके एक खिलाड़ी हैं। अब जब आप खिलाड़ी हैं तो आपको जीतना है और जीतने के लिए आपको खेलना होगा।
तो देर किस बात की है….. शुरू हो जाओ और जीवन के इस मैदान में खेलना शुरू कर दो और तब तक खेलो जब तक जीत न जाओ। इस दुनिया के करोड़ो खिलाड़ी कभी किसी समस्या की वजह से तो कभी किसी असफलता की वजह से मैदान तक छोड़ देते हैं।
लेकिन आपको ऐसा नहीं करना है (never quit)। आपको लगातार मैदान में डटे रहना है। और यदि आप जीवन के मैदान (life arena) में डटे रहेंगे तो कोई भी आपको हरा नहीं सकता क्योकि जब तक आप मैदान में रहेंगे, हारे हुए नहीं माने जायेंगे।
यदि आप जीवन के इस मैदान में यदि एक बार फिसल भी जाओ तो कोई फर्क नहीं पड़ता क्योकि आप मैदान में हैं…… उठिये और फिर से शुरू हो जाइये। अगर दूसरी बार गिर जाओ तो एक बार फिर उठिये …… तीसरी बार गिर जाओ तो एक बार फिर से उठ जाइये, और तब तक मैदान में डटे रहिये (never quit life’s game) जब तक success हासिल न हो जाये।
दोस्तों! सफलता एक मोती की तरह होती है जिसे पाने के लिए समुंदर में गोता लगाना पड़ता है और गहराई में जाकर मोती के लिए प्रयास करना पड़ता है। जरुरी नहीं कि एक बार में ही मोती मिल जाये, आपको तब तक समुंदर में गोता लगाकर उसकी गहराईयों में जाना है जब तक मोती न मिल जाये।
यदि असफल हो जाओ तो इसे एक चुनौती (challenge) के रूप में लो। क्या आपको पता है कि सफलता हमें मायूस करने नहीं आती, यह हमारे आत्मविश्वास (self confidence) को तोड़ने नहीं आती बल्कि हमें यह बताने आती है कि कुछ कमी रह गई है, वह हमें कुछ नया सिखाने आती है , आप उस कमी को हटा तो और फिर से आगे बढ़ जाओ और यह सीख लो कि दोबारा वह गलती नहीं दोहरानी है (Do not repeat that mistake again) जिसकी वजह से failure मिली।
यह बात अंदर कूट कूट कर भर लो कि हार नहीं माननी है (never give up), एक दिन ऐसा जरूर आएगा जब आप विजेता (winner) बन जायेंगे और सफलता का मोती (pearls of success) आपके हाथों में होगा और जिसकी चमक से यह पूरा संसार रोशन हो रहा होगा।
आपने मोबाइल और लेपटॉप जरूर चलाया होगा? सोचिये यदि आपका mobile या laptop कुछ प्रॉब्लम करने लगे तो आप क्या करते हैं? उसे उठाकर फेंक देते हैं? नहीं! यदि आप समझदार हैं तो उसे refresh करते हैं और वह फिर से सही से चलने लगता है। इसी प्रकार यदि आपका internet समस्या करे तो आप उसे reconnect करते हैं।
यही आपको अपने goal के साथ भी करना है। अनेकों problems और failures के चलते आपका आपके goal के साथ कनेक्शन टूटने लगता है, तब हार मत मानो बल्कि खुद को रिफ्रेश करो और अपने goal के साथ खुद को दोबारा reconnect करो। तब जिंदगी की picture एक बार फिर clear और smooth चलने लगेगी।
अब आप केवल और केवल एक बात सोचो। यह सोचो कि कोई व्यक्ति जीवन में असफल क्यों होता है? सोचो! कुछ reply जरूर मिलेगा। कोई कहेगा कि सफलता के रास्ते में आने वाली समस्याओं के कारण असफलता हाथ लगती है तो कोई कहेगा कि परिस्थितियां विपरीत (opposite situations) थी, कोई भाग्य (luck) को दोष देगा तो कोई किसी अन्य कारण को दोषी ठहरायेगा।
लेकिन इनमे से कोई भी बात सही नहीं है क्योकि दुनिया की किसी भी ताकत में इतना दम नहीं है कि वह आपको हरा सके, आप तभी हारेंगे जब आप हार मान लेंगे और जब तक आप हार नहीं मानेंगे, जब तक आप मैदान में डटे रहेंगे तब तक आपके विजेता बनने की 100% संभावना हमेशा बनी रहेगी।
रिजल्ट यह है कि आपको कोई हरा नहीं सकता, जीवन के मैदान में डटे रहिये (never quit life’s game)। जब तक आप मैदान में हैं, आप हंस सकते हैं, रो सकते हैं, भटक सकते हैं, सीख सकते हैं लेकिन बस डटे रहिये, मैदान मत छोड़िये, कभी हार मत मानिये (never give up)।
जिंदगी के मैदान में कभी प्रयास (effort) करना मत छोड़िये, बार-बार गिरो लेकिन फिर से उठकर खड़े हो जाओ…….. कभी हिम्मत मत हारना (Do not lose courage) …….. कभी अपना आत्मविश्वास मत खोना (Do not lose confidence), बस डटे रहना (Never Quit)।
आज अँधेरा है, हो सकता है कल यह अँधेरा और भी गहरा हो जाये लेकिन यह विश्वास कीजिये परसों उजाला जरूर होगा और तब यह अँधेरा दूर भाग जायेगा।
अंतिम सांस तक लड़ते रहो, पता नहीं कब वो पल आ जाये जिसका आपको बरसों से इन्तजार था, पता नहीं कब वो दिन आ जाये जब आप winner बन जाएं। ……… लगे रहो मेरे भाई! वो सफलता का एक दिन जरूर आएगा।
आप विजेता हो और सफलता आपका अधिकार है (success is your right)………. विजेता हार नहीं मानता और जो हार मान जाये, वह कभी विजेता नहीं हो सकता।
आपको पता है कि इस दुनिया में सबसे मुश्किल काम क्या है? मैं बताता हूँ……… इस दुनिया का सबसे सबसे मुश्किल काम मैदान में डटे हुए खिलाड़ी को हराना है क्योकि जब तक वह मैदान में डटा हुआ है, उसे कोई नहीं हरा सकता। ……. उसके हारने की केवल और केवल एक ही संभावना है और वो यह है कि वह खिलाडी खुद हार मान ले।
कुछ लोग कहते हैं कि इस दुनिया में चमत्कार नहीं होते …….. गलत कहते हैं …….. चमत्कार तो होते हैं ……..रोज होते हैं लेकिन यह चमत्कार केवल जादूगर ही कर पाते हैं और जादूगर वही है जो जीवन के मैदान में डटा हुआ है और जो मैदान छोड़ दे उसके जीवन में कभी कोई भी चमत्कार नहीं होता।
अतः मेरे दोस्तों! जीवन के मैदान में एक कुशल खिलाड़ी की तरह डटे रहो, हो सकता है कि कोई असफलता मिल जाये लेकिन कोई भी एक असफलता आपके जीवन को असफल नहीं बना सकती, फिर से उठिये और ऐसी छलांग भरिये कि सारी दुनिया आपकी मुट्ठी में आ जाये।
इस पंक्ति को हमेशा ध्यान रखिये और गुनगुनाते रहिये–

“लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती।”

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Source: http://www.aapkisafalta.com/2016/09/never-give-up-motivational-speech-in-hindi.html

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