Wednesday, 26 July 2017

मंत्री का चुनाव | Hindi Story On Common Sense


एक राजा था। वह बहुत दयालु था और अपनी प्रजा के सुख दुःख का हमेशा ख्याल रखता था। उसका मंत्री बहुत समझदार तथा बुद्धिमान था। राजा अपने मंत्री की सलाह से ही राजकाज चलाया करता था लेकिन मंत्री बहुत बूढ़ा गया था और राजा को ऐसे ही एक मंत्री की बहुत जरुरत थी। राजा ने एक नए मंत्री की बहुत खोज की लेकिन उसे कोई योग्य मंत्री नहीं मिल पा रहा था इसीलिए राजा को अब चिंता सताने लगी थी। काफी सोचने के बाद राजा ने नए मंत्री को बनाने का काम अपने बूढ़े मंत्री को दे दिया और कहा , ” मुझे आप अपने जैसा ही एक मंत्री खोज कर दीजिये। “


बूढ़े मंत्री ने राज्य के सभी बुद्धिमान व्यक्तियों को एकत्रित किया और बहुत सी कठिन परीक्षाओं के बाद चार सबसे अच्छे बुद्धिमानों को चुना। अब बूढ़े मंत्री के पास इन चारों में से किसी एक चुनाव करना था। चारों ही व्यक्ति बहुत बुद्धिमान थे , इनमे से किसी एक का चुनाव करना बहुत कठिन कार्य था। अब बूढ़े मंत्री ने  चारों व्यक्तियों की एक और परीक्षा लेने का निर्णय लिया।
king
मंत्री का चुनाव

उसने चारों व्यक्तियों को अलग अलग कमरों में बैठा दिया जिसमे दो दरवाजे थे। अब बूढ़े मंत्री ने बारी बारी से प्रत्येक कमरे में जाकर बुद्धिमानों को बताया कि , “इस कमरे में दो दरवाजे हैं , मैं एक दरवाजे में अंदर से ताला लगा देता हूँ और दूसरे कमरे में बाहर से ताला लगा देता हूँ। चाबी के बिना आपको अंदर से दरवाजा खोलकर बाहर आना है। आप में से जो भी कमरे में से पहले बाहर आएगा , वह ही विजेता माना जायेगा और उसे ही मंत्री चुन लिया जायेगा। “
चारों बुद्धिमानों में से तीन बुद्धिमान बहुत परेशान हो गए और सोचने लगे , “बिना चाबी के तो ताला खुल नहीं सकता और ताला नहीं खुलेगा तो दरवाजा भी नहीं खुल सकता। बिना दरवाजा खोले हम बाहर जा नहीं सकते और चाबी हमारे पास है नहीं। ” पूरी रात बहुत सोचने के बाद भी तीनो को कोई भी तरीका समझ नहीं आ रहा था।
चौथे बुद्धिमान ने अपने विवेक और सूझबूझ से काम लिया।  उसने सोचा , “बंद ताला बिना चाबी के खुल नहीं सकता और चाबी मेरे पास है नहीं। बूढ़े मंत्री ने मुझे बताया है कि आपको बाहर आना है, इसका मतलब कोई न कोई ऐसा तरीका जरूर है जिससे बाहर जाया जा सकता है। मुझे दरवाजे के पास जाकर ताले को देखना चाहिए , शायद इस ताले और दरवाजे में ही इसके खुलने का रहस्य छुपा होगा।”
यह सोचते हुए वह दरवाजे के पास गया और उसने ताले, दरवाजे, कुंडे और सिटकनी को बड़े ध्यान से देखा। उसने देखा कि ताला तो कुंडे में लगा है लेकिन सिटकनी खुली हुई है। अब उसकी आँखें चमकने लगीं। उसने तुरंत दरवाजा खोला और बाहर आ गया। बाहर बूढ़ा मंत्री चारों में से किसी एक का सबसे पहले बाहर आने का इन्तजार कर रहा था। बूढ़े मंत्री ने उस बुद्धिमान व्यक्ति को गले लगा लिया और राजा के पास ले जाकर पूरी घटना को बताया। राजा बहुत खुश हुआ और उसने तुरंत उस चौथे बुद्धिमान व्यक्ति को मंत्री बना दिया।
दोस्तों !!! इस कहानी से हमें ये सीखने को मिलता है कि यदि हम लोग अपनी Life में समझदारी और बुद्धिमानी से काम लें तो बहुत सी समस्याओं को आसानी से Solve किया जा सकता है। Life में कुछ समस्याएं ऐसी होती है जो दूर से देखने में बड़ी लगती हैं लेकिन यदि सूझ बूझ से काम लिया जाये तो हम देखते हैं कि समस्या उतनी बड़ी नहीं होती जितनी हम समझ रहे होते हैं। Life में बहुत सी समस्याओं को हम यह सोचकर टालते रहते हैं कि यह बहुत बड़ी हैं जबकि यदि समझदारी से उन समस्याओं को सुलझाने का निर्णय लिया जाये तो उन्हें Solve करना उतना कठिन नहीं होता जितना हम उनको सुलझाने के निर्णय लेने से पहले सोच रहे थे।
चौथे बुद्धिमान व्यक्ति ने समझदारी से काम लिया और कमरे से बाहर निकलने का तरीका खोज निकला। पहले तीन व्यक्ति केवल सोचते ही रहे , उनमे से किसी ने दरवाजे के पास आकर ताले, कुंडे और सिटकनी को नहीं देखा।  जीवन में केवल सोचने से ही कुछ नहीं होता वल्कि सोचने के बाद सही दिशा में सही कार्य करने से Success मिलती है। अतः जीवन में यदि कोई समस्या आये तो इसको Solve करने के लिए केवल सोचते ही नहीं रहना चाहिए वल्कि उसको Solve करने के लिए सही कदम बढ़ा देने चाहिए और प्रत्येक कदम बुद्धिमानी और सूझ बूझ से ही बढ़ाना चाहिए।

Source: http://www.aapkisafalta.com/2015/08/motivational-hindi-story-on-common-sense.html

No comments:

Post a Comment