इस दुनिया में मोटे तौर पर दो तरह के लोग होते हैं, जिनमें एक तरह के लोग को लीडर्स के रूप में जाना जाता है और दूसरी तरह के लोगों को अनुयायी (Follower) के रूप में… यदि एक शब्द में आपसे उत्तर मांगा जाए कि आप लीडर बनना चाहते हैं या सिर्फ अनुयायी बनकर जीना चाहते हैं तो आपका जवाब क्या होगा?
यदि मुझसे यह सवाल पूछा जाएगा तो मेरा एक शब्द में उत्तर होगा- लीडर… और आपका जवाब भी यही हो सकता है.. इसलिए शुरूआत में सबसे पहले यह तय कर लें कि आप लीडर बनना चाहते हैं या सिर्फ अनुयायी ही बने रहना पसंद करना चाहते हैं..
अनुयायी होना कोई अपमानजनक बात बिलकुल भी नहीं है लेकिन सिर्फ अनुयायी बने रहे कोई तारीफ़ की बात भी नहीं है… ज्यादातर महान लोग शुरुआत में एक अनुयायी ही थे लेकिन वे लीडर भी इसलिए बने क्योंकि वे समझदार अनुयायी थे. समझदार इसलिए कहना चाहूँगा क्योंकि उन्होंने अपने लीडर्स का अनुसरण किया, उनके गुणों को अपने अंदर उतारा और आज वे एक सफल लीडर हैं…
ऊपर लिखे वाक्यों का उल्टा भी उतना ही सही है कि जो व्यक्ति समझदारी से किसी लीडर का अनुसरण नहीं कर सकता वह कभी भी अपने जीवन में सफल लीडर नहीं बन सकता है.. वह व्यक्ति जो किसी लीडर का सफलतापूर्वक अनुसरण कर सकता है, आम तौर पर वही तीव्र गति से लीडर बनने की दिशा में खुद को विकसित कर रहा होता है…
आइये इस पोस्ट में जानते हैं कि एक लीडर बनने के लिए आपको अपने अन्दर किन गुणों को विकसित करना है या वो कौन सी Qualities हैं जो आपको एक सफल लीडर बनने में मदद करेंगी…
- अविचल साहस (Unfaltering courage):- आपके अन्दर भरपूर courage होना चाहिए, और यह तब संभव है जब आप अपने काम में एक्सपर्ट हों… यह साहस आपके ज्ञान और आपके बिजनेस के ज्ञान पर Based है. कोई भी अनुयायी यह बिलकुल नहीं चाहेगा कि उसके लीडर में आत्मविश्वास और साहस का अभाव हो! आपको लीडर बनने के लिए अपने काम में माहिरत हासिल करनी होगी जिससे आप बिना डरे, पूरे जोश और आत्मविश्वास से अपने अनुयायियों के साथ बात कर सकते हैं… यदि आपके अन्दर साहस की कमी है तो कोई भी बुद्धिमान अनुयायी आपको लम्बे समय तक कभी भी झेल नहीं सकता.. आपको अपने अन्दर भरपूर साहस विकसित करना है और इसके लिए आपको अपने फील्ड में एक्सपर्ट बनना होगा, सीखना होगा और खुद को आत्मविश्वास से भरने के लिए तैयार करना होगा…
- आत्मनियन्त्रण (Self Control):- यदि आप दूसरों को कंट्रोल में करना चाहते हैं तो पहले खुद को कंट्रोल में करना सीखिये.. क्योंकि जब तक आदमी खुद को कंट्रोल में नहीं कर सकता, तो दूसरों को भी नियंत्रित नहीं कर सकता… आप एक बुद्धिमान अनुयायी हैं और इसे आपको सीखना पड़ेगा तभी आप एक अच्छे लीडर के रूप में सामने आ सकते हैं… क्योंकि आपके सामने खुद को कंट्रोल में करना एक शक्तिशाली मिसाल बन जाता है.. इसलिए आप खुद पर नियन्त्रण करना पहले सीखिये उसके बाद एक लीडर के रूप में सेल्फ कंट्रोल की शक्ति को अपने अनुयायियों के साथ पेश कीजिये…
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- निर्णय लेना सीखिये (Decision):- जो आदमी ढुलमुल डिसीजन लेता है वह ये सिद्ध करता है कि उसके अन्दर विश्वास की बहुत कमी है… और जिसके अन्दर विश्वास की कमी हो, वह आदमी कभी भी दूसरों का सफलतापूर्वक नेतृत्व नहीं कर सकता… इसलिए आपको अपने फैसले की ताकत को समझना होगा क्योंकि यही एक चीज है जो यह सिद्ध करेगी कि आप अपने और टीम के ऊपर कितना भरोसा कर रहे हैं…
- योजना बनाकर सफलता पायें (success plan):- एक सफल लीडर हमेशा अपने काम की एक योजना बनाता है और उस योजना के अनुरूप ही अपने काम को दिशा देता है… जो लीडर बिना किसी प्लानिंग के ही काम को आगे बढाता है वह उस जहाज की तरह होता है जिसमें रडर न हो… और देर सबेर वह चट्टानों से टकराकर नष्ट हो जाएगा… Plan बनाना आपको पूरी तरह यह क्लियर करता है कि आप वाकई क्या करना चाहते हैं…
- जितना मिले उससे ज्यादा देने की आदत (The habit of giving only more):- लीडर की सजाओं में से एक यह है कि एक लीडर अपने अनुयायियों से जितने की आशा करता है, उसे वह स्वेच्छा से उससे अधिक देने के लिए हमेशा तैयार रहता है… यदि आप एक लीडर हैं तो अपने टीम को हमेशा खुश रखना सीखें, अपने अनुयायियों को ज्यादा देने के बारे में सोचें…
- सुखद व्यक्तित्व (Pleasant personality):- कोई भी लापरवाह आदमी एक सफल लीडर नहीं बन सकता, लीडरशिप के लिए सम्मान चाहिए और अनुयायी कभी भी ऐसे लीडर का सम्मान नहीं करेंगे जिसे सुखद व्यक्तित्व के सभी तत्वों में अच्छे अंक न मिलें… उसे दूसरों को सम्मान देना आना चाहिए, यदि लीडर यह समझ रहा होगा कि वही बड़ा नेता है, सर्वश्रेष्ठ है और वह दूसरों से बदसुलूकी कर रहा होगा तो वह लीडर बनने के लिए किसी भी तरह से तैयार नहीं है…
- सहानुभूति और समझ (Empathy and understanding):- एक सफल लीडर हमेशा अपने समर्थकों के प्रति सहानुभूति रखता है और उसे उनकी समस्याओं को समझना बखूबी आना चाहिए.. जो लीडर अपने अनुयायियों के प्रति प्रेम और आदर का भाव रखता है वह हमेशा एक कदम आगे रहता है… इसलिए सफल लीडर बनना है तो अपने अनुयायियों को समझने का प्रयास कीजिये, और सहानुभति जताइए, उन्हें दिखाइए कि आप हर कदम पर उनके साथ हैं…
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- पूरी जिम्मेदारी लेने की इच्छा (Take full Responsibility):- एक सफल लीडर हमेशा अपने समर्थकों की गलतियों और कमियों की पूरी जिम्मेदारी खुद पर लेने के लिए तैयार रहता है… अगर कोई समर्थक किसी प्रकार से कोई गलती करता है और स्वयं को अयोग्य सिद्ध करता है तो लीडर को यह मानना चाहिए कि गलती उसी की है और असल मायने में वही असफल हुआ है.. अगर वह इस जिम्मेदारी को दूसरों पर थोपता है तो वह लीडर नहीं बना रहेगा…
- सहयोग (Cooperation):- एक सफल लीडर हमेशा मिलकर प्रयास करने का सिद्धांत काम में लाता है.. और वह जानता है कि सहयोग की शक्ति से किस तरह अपने टीम को बड़ा और ताकतवर बनाया जा सकता है.. इसलिए वह अपने अनुयायियों को भी मिलकर काम करने के लिए प्रेरित करता है ताकि वे अपने सहयोग से शक्ति और सत्ता का निर्माण कर सकें… इसलिए सफल लीडर हमेशा एकजुट होकर काम करने की सलाह देते हैं जिससे सबके अन्दर वो आत्मविश्वास और ताकत बनी रहे जो उन्हें ताकतवर बनने में मदद करेगी…
धन्यवाद!
Source: https://www.hamarisafalta.com
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