कैसे करें निगेटिव थॉट्स को पॉजिटिव में कन्वर्ट ??
☆”हम जो सोचते हैं, वो बन जाते हैं”☆
Law Of Attraction (LOA) अर्थात् आकर्षित करने का नियम कहता है कि हम जो भी सोचते हैं उसे अपने जीवन में आकर्षित करते हैं, फिर चाहे वो चीज अच्छी हो या बुरी।
उदाहरण के लिए: — अगर कोई सोचता है कि वो हमेशा परेशान रहता है, बीमार रहता है और उसके पास पैसों कि कमी रहती है तो असल जिंदगी में भी ब्रह्माण्ड घटनाओं को कुछ ऐसे सेट करता है कि उसे अपने जिंदगी में परेशानी, बीमारी और तंगी का सामना करना पड़ता है।
वहीँ दूसरी तरफ अगर वो सोचता है कि वो खुशहाल है, सेहतमंद है और उसके पास खूब पैसे हैं तो LOA कि वजह से असल जिंदगी में भी उसे खुशहाली, अच्छी सेहत और समृद्धि देखने को मिलती है।
“वास्तव में हम जो सोचते हैं, वो बन जाते हैं”
“हम वो हैं जो हमें हमारी सोच ने बनाया है, इसलिए इस बात का ध्यान रखिये कि आप क्या सोचते हैं. शब्द गौण हैं. विचार रहते हैं, वे दूर तक यात्रा करते हैं”
जो लोग LOA मानते हैं वे समझते हैं कि positive सोचना कितना ज़रूरी है…वे जानते हैं कि हर एक negative thought हमारी life को positivity से दूर ले जाती है और हर एक positive thought life में खुशियां लाती है।
और किसी ने कहा भी है,”अगर इंसान जानता कि उसकी सोच कितनी पावरफुल हैतो वो कभी निगेटिव नहींसोचता!”
*पर क्या हमेशा positive सोचना संभव है ?*
यहीं पर काम आते हैं हमारे but लेकिन, किन्तु, परन्तु…
दोस्तों, वैसे तो ये शब्द ज्यादातर negative context में use होते हैं ..
आप लोगों को कहते सुन सकते हैं :
— मैं सफल हो जाता लेकिन…
— सब सही चल रहा था किन्तु…etc
पर हम इन शब्दों का प्रयोग negative sentencesके अंत में करके उन्हें positive में convert कर सकते हैं।
*कुछ examples से समझते हैं :—*
जैसे ही आपके मन में विचार आये, “दुनिया बहुत बुरी है ” तो आप इतना कह कर या सोच कर रुके नहीं,
तुरंत realize करें कि आपने एक negative sentence बोला है इसलिए तुरंत alert हो जाएं ..
और sentence को कुछ ऐसे पूरा करें—-
”दुनिया बहुत बुरी है, लेकिन अब चीजें बदल रही हैं, बहुत से अच्छे लोग समाज में अच्छाई का बीज बो रहे हैं और सब ठीक हो रहा है “
*कुछ और examples देखते हैं :–*
*मैं पढ़ने में कमजोर हूँ,*
लेकिन अब मैंने मेहनत शुरू कर दी है और जल्द ही मैंपढ़ाई में भी अच्छा हो जाऊँगा।
*मेरा boss बहुत bad है,*
पर धीरे -धीरे वो बदल रहे हैं और उनको ज्ञान भी बहुत है, मुझे काफी कुछ सीखने को मिलता है उनसे।
*मेरे पास पैसे नहीं हैं,*
लेकिन मुझे पता है मेरे पास बहुत पैसा आने वाला है, इतना कि न मैं सिर्फ अपने बल्कि अपने अपनों के भी सपने पूरे कर सकूँ।
*मेरे साथ हमेशा बुरा होता है,*
लेकिन मैं देख रहा हूँ कि पिछले कुछ दिनों से सब अच्छा अच्छा ही हो रहा है, और आगे भी होगा।
*मेरे बच्चे की शादी नहीं हो रही,*
परंतु अब मौसम शादीयों का है, भाग्य ने उसके लिए बहुत ही बेहतरीन रिश्ता सोच रखा होगा, जो जल्द ही तय होगा।
*प्यारें दोस्तों, यहाँ सबसे महत्वपूर्ण बात है ये realize करना कि कब आपके मन में एक* Negative thought आई है और तुरंत alert हो कर … इसे “लेकिन” लगा कर positive में convert कर देना*
और ये आपको सिर्फ तब नहीं करना जब आप किसी के सामने बात कर रहे हो।
सबसे अधिक तो आपको ये अकेले रहते हुए अपने साथ करना है, आपको अपनी सोच पर ध्यान देना है, aware रहना है कि आपकी thoughts positive हैं या negative ??
और जैसे ही negative thought आये आपको तुरंत उसे positive में mould कर देना है।
और एक चीज आप इस बात की चिंता ना करें की आपने ‘लेकिन‘ के बाद जो लाइन जोड़ी है वो सही है या गलत,
आपको तो बस एक सकारात्मक वाक्य जोड़ना है, और आपका subconscious mind उसे ही सही मानेगा और ब्रह्माण्ड आपके जीवन में वैसे ही अनुभव प्रस्तुत करेगा !
ये तो आसान लग रहा है !!*
हो सकता है ये आपको बड़ा simple लगे, कुछ लोगों के लिए वाकई में हो भी, पर maximum लोगों के लिए thoughts को control करना और उनके प्रति aware रहना चैलेंजिंग होता है।
इसलिए अगर आप इस तरीके को practice करते वक़्त कई बार negative thoughts को miss भी कर जाते हैं तो no need to worry…
जैसे तमाम चीजों को practice से सही किया जा सकता है वैसे ही thoughts को भी practice से positivity me Mould किया जा सकता है।
Law Of Attraction (LOA) अर्थात् आकर्षित करने का नियम कहता है कि हम जो भी सोचते हैं उसे अपने जीवन में आकर्षित करते हैं, फिर चाहे वो चीज अच्छी हो या बुरी।
उदाहरण के लिए: — अगर कोई सोचता है कि वो हमेशा परेशान रहता है, बीमार रहता है और उसके पास पैसों कि कमी रहती है तो असल जिंदगी में भी ब्रह्माण्ड घटनाओं को कुछ ऐसे सेट करता है कि उसे अपने जिंदगी में परेशानी, बीमारी और तंगी का सामना करना पड़ता है।
वहीँ दूसरी तरफ अगर वो सोचता है कि वो खुशहाल है, सेहतमंद है और उसके पास खूब पैसे हैं तो LOA कि वजह से असल जिंदगी में भी उसे खुशहाली, अच्छी सेहत और समृद्धि देखने को मिलती है।
“वास्तव में हम जो सोचते हैं, वो बन जाते हैं”
“हम वो हैं जो हमें हमारी सोच ने बनाया है, इसलिए इस बात का ध्यान रखिये कि आप क्या सोचते हैं. शब्द गौण हैं. विचार रहते हैं, वे दूर तक यात्रा करते हैं”
जो लोग LOA मानते हैं वे समझते हैं कि positive सोचना कितना ज़रूरी है…वे जानते हैं कि हर एक negative thought हमारी life को positivity से दूर ले जाती है और हर एक positive thought life में खुशियां लाती है।
और किसी ने कहा भी है,”अगर इंसान जानता कि उसकी सोच कितनी पावरफुल हैतो वो कभी निगेटिव नहींसोचता!”
*पर क्या हमेशा positive सोचना संभव है ?*
यहीं पर काम आते हैं हमारे but लेकिन, किन्तु, परन्तु…
दोस्तों, वैसे तो ये शब्द ज्यादातर negative context में use होते हैं ..
आप लोगों को कहते सुन सकते हैं :
— मैं सफल हो जाता लेकिन…
— सब सही चल रहा था किन्तु…etc
पर हम इन शब्दों का प्रयोग negative sentencesके अंत में करके उन्हें positive में convert कर सकते हैं।
*कुछ examples से समझते हैं :—*
जैसे ही आपके मन में विचार आये, “दुनिया बहुत बुरी है ” तो आप इतना कह कर या सोच कर रुके नहीं,
तुरंत realize करें कि आपने एक negative sentence बोला है इसलिए तुरंत alert हो जाएं ..
और sentence को कुछ ऐसे पूरा करें—-
”दुनिया बहुत बुरी है, लेकिन अब चीजें बदल रही हैं, बहुत से अच्छे लोग समाज में अच्छाई का बीज बो रहे हैं और सब ठीक हो रहा है “
*कुछ और examples देखते हैं :–*
*मैं पढ़ने में कमजोर हूँ,*
लेकिन अब मैंने मेहनत शुरू कर दी है और जल्द ही मैंपढ़ाई में भी अच्छा हो जाऊँगा।
*मेरा boss बहुत bad है,*
पर धीरे -धीरे वो बदल रहे हैं और उनको ज्ञान भी बहुत है, मुझे काफी कुछ सीखने को मिलता है उनसे।
*मेरे पास पैसे नहीं हैं,*
लेकिन मुझे पता है मेरे पास बहुत पैसा आने वाला है, इतना कि न मैं सिर्फ अपने बल्कि अपने अपनों के भी सपने पूरे कर सकूँ।
*मेरे साथ हमेशा बुरा होता है,*
लेकिन मैं देख रहा हूँ कि पिछले कुछ दिनों से सब अच्छा अच्छा ही हो रहा है, और आगे भी होगा।
*मेरे बच्चे की शादी नहीं हो रही,*
परंतु अब मौसम शादीयों का है, भाग्य ने उसके लिए बहुत ही बेहतरीन रिश्ता सोच रखा होगा, जो जल्द ही तय होगा।
*प्यारें दोस्तों, यहाँ सबसे महत्वपूर्ण बात है ये realize करना कि कब आपके मन में एक* Negative thought आई है और तुरंत alert हो कर … इसे “लेकिन” लगा कर positive में convert कर देना*
और ये आपको सिर्फ तब नहीं करना जब आप किसी के सामने बात कर रहे हो।
सबसे अधिक तो आपको ये अकेले रहते हुए अपने साथ करना है, आपको अपनी सोच पर ध्यान देना है, aware रहना है कि आपकी thoughts positive हैं या negative ??
और जैसे ही negative thought आये आपको तुरंत उसे positive में mould कर देना है।
और एक चीज आप इस बात की चिंता ना करें की आपने ‘लेकिन‘ के बाद जो लाइन जोड़ी है वो सही है या गलत,
आपको तो बस एक सकारात्मक वाक्य जोड़ना है, और आपका subconscious mind उसे ही सही मानेगा और ब्रह्माण्ड आपके जीवन में वैसे ही अनुभव प्रस्तुत करेगा !
ये तो आसान लग रहा है !!*
हो सकता है ये आपको बड़ा simple लगे, कुछ लोगों के लिए वाकई में हो भी, पर maximum लोगों के लिए thoughts को control करना और उनके प्रति aware रहना चैलेंजिंग होता है।
इसलिए अगर आप इस तरीके को practice करते वक़्त कई बार negative thoughts को miss भी कर जाते हैं तो no need to worry…
जैसे तमाम चीजों को practice से सही किया जा सकता है वैसे ही thoughts को भी practice से positivity me Mould किया जा सकता है।
Source: कैसे करें निगेटिव थॉट्स को पॉज
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