स्टीव जॉब्स बहुत बड़े अविष्कारक और प्रवर्तक थे | उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नही देखा | कहते हैं कि स्टीव जॉब्स जब तक जिए ,केवल काम ही करते रहे अपनी मृत्यु से 6 सप्ताह पूर्व तक वे एप्पल के लिए समर्पित रहे | उन्होंने अपने जीवन में कुछ अकाट्य बातें कही जो आज के युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत है |
स्टीव ने समय समय पर जो प्रेरणादायक बातें कही उनमे से कुछ यहाँ प्रस्तुत है -:
हमेशा लीक से हटकर चले -: जॉब्स ने कहा की जब कोई सबके साथ नही चलता हमारे मन की बात नही करता तो हम तुरंत कह देते है “ यह तो पागल है | छोड़ो इसे अपना काम करो |लेकिन जॉब्स इसे साधारण नही मानते जिसे लोग पागल कहते है | विद्रोही कहते है |,संकट पैदा करने वाला मानते है |उसमे वास्तव में कुछ असाधारण है तभी तो वो आपसे अलग ढंग से बोल रहा है, सोच रहा है या कह रहा है |उसकी बात ध्यान से सुनो | कुछ न कुछ तो है | वह आपके लिए मूल्यवान हो सकता है| क्यूंकि ऐसे लोग नियमों की परवाह नही करते | उन्हें अपने सम्मान या अहंकार की भी परवाह नही होती | क्यूंकि वे चीजों को बदलने की क्षमता रखते है | वे दौड को आगे बढ़ाते है | आज वे अकेले है इसलिए पागल कहे जाते है | जब दुनिया उनके पीछे होगी, तब वे बुद्धिमान कहे जायेंगे |
हमेशा लीक से हटकर चले -: जॉब्स ने कहा की जब कोई सबके साथ नही चलता हमारे मन की बात नही करता तो हम तुरंत कह देते है “ यह तो पागल है | छोड़ो इसे अपना काम करो |लेकिन जॉब्स इसे साधारण नही मानते जिसे लोग पागल कहते है | विद्रोही कहते है |,संकट पैदा करने वाला मानते है |उसमे वास्तव में कुछ असाधारण है तभी तो वो आपसे अलग ढंग से बोल रहा है, सोच रहा है या कह रहा है |उसकी बात ध्यान से सुनो | कुछ न कुछ तो है | वह आपके लिए मूल्यवान हो सकता है| क्यूंकि ऐसे लोग नियमों की परवाह नही करते | उन्हें अपने सम्मान या अहंकार की भी परवाह नही होती | क्यूंकि वे चीजों को बदलने की क्षमता रखते है | वे दौड को आगे बढ़ाते है | आज वे अकेले है इसलिए पागल कहे जाते है | जब दुनिया उनके पीछे होगी, तब वे बुद्धिमान कहे जायेंगे |
निर्धारित करें की आप क्या करना चाहते है -: स्टीव ने कहा की सबसे महत्वपूर्ण अपने दिल और अंतर्ज्ञान पर अमल करने का साहस करें | किसी तरह उन्हें पहले से ही पता होता है की आप सही में क्या बनाना चाहते है | बाकी हर चीज गौण है | उन्होंने कहा की आप अपने दिल और अंतर्मन की आवाज क्यों नही सुन रहे हो आपके अन्दर लक्ष्य पहले से ही निश्चित होता है इसलिए वही करिए जो आप करना चाहते है और यदि वह कार्य आपको नही मिला है तो उसे ढूढ़ते रहिये और जिस दिन वो आपको मिल जाएगा तो आप स्वयं जान जायेंगे की आपको करना क्या है |
Think Different -: यह स्टीव का मूल मंत्र था | कितना छोटा सा शब्द लेकिन कितनी गहराई लये हुए इसी शब्द के भरोसे उन्होंने उधोगों को बदला, बिजनेस मोडल को नई परिभाषा दी और टेक्नोलॉजी को आर्ट से जोड़ा आज लोग उनकी तुलना थॉमस एडिसन,वाल्ट डिज्नी,लियानार्दो द विंची से कर रहे है लोग चिल्ला चिल्ला कर कह रहे है की स्टीव जैसा शख्स अब जल्द दुनिया को मिलने वाला नही है | इस सब के पीछे क्या था ? एक अलग तरह की सोच,एकला चलो की नीति और दूसरों के ढेर सारे निर्णयों को बदलते हुए अपनी आत्मा की आवाज के नक़्शे कदम पर चलना |
इंतज़ार बंद कीजिये अकेले चलिए -: स्टीव कहते थे की यदि जीतना है, सफल होना है तो अकेले ही चलना होगा . आज तक दुनिया में जितने भी सितारे चमके है सब अकेले ही चले है | वे लोगो को मोटीवेट करते थे और कहते थे की किसका इन्तेजार कर रहे हो ?आपको जिताने के लिए कोई नही आएगा | आपको खुद जीतना होगा | जिंदगी केवल समय काटने के लिए नही है बल्कि जिन्दादिली के साथ जीने के लिए है ज़िन्दगी घिसटने के लिए नही है वल्कि उड़ान भरने के लिए है जिंदगी को बोझ मत समझिये बल्कि मुस्कुरा कर जिए | इन्तेजार मत कीजिये लग जाइए अकेले चलिए और इतिहास रच दीजिये |
Don’t compromise – : स्टीव जॉब्स अपने कर्मचारियों से हमेशा कहते थे की Design , material , technology , and craftsmanship में कभी भी समझोता मत करो समझोता एक इंजेक्शन की भाति है जो सहायक भी हो सकता है और तकलीफ़देह भी यदि हार मानकर समझोता कर लिया तो फिर आपकी क्या कीमत रह जायेगी ? आप किस लिए है? क्या समझोता करने के लिए| यह काम तो कोई भी कर सकता है अतः आपमें और औरों में क्या अंतर हुआ अतः मेरी सलाह है की अपनी अंतरात्मा की आवाज के विपरीत किसी भी अन्य बात पर समझोता मत करों और हमेशा बदलाव की सोच रखो |
समय अनमोल है -: स्टीव जॉब्स कहते है जिंदगी का बीतने वाला प्रत्येक क्षण आपकी ज़िन्दगी से कुछ न कुछ चुरा ले जाता है और आपको पता ही नही चलता और अंततः एक दिन वह आता है जब हमें पता चलता है की हमने ज़िन्दगी में कुछ किया ही नही पूरी ज़िन्दगी यूँ ही बीत गयी |जीवन में कुछ अर्थपूर्ण करना है तो समय के महत्त्व को समझना होगा।
मनुष्य अपने भाग्य का विधाता स्वयं है -: यह वाक्य बताता है कि यदि मनुष्य चाहे तो स्वयं असंभव को संभव कर सकता है आपका भाग्य,आपके कर्म सिद्धांत,दुसरो की सहायता यह सब अपनी जगह सही हो सकते है| लेकिन यह भी सत्य है की मनुष्य अपनी संकल्पशक्ति के सहारे भाग्य को भी बदल सकता है| बहुतों ने ऐसा कर दिखाया है और बहुत लोग आज कर रहे है,और आगे भी करेंगे सब कुछ तुम्हारे अन्दर है| अनंत शक्ति वाली सत्ता तुम्हारे अन्दर निवास करती है | फिर तुम्हे किसके सहारे की जरूरत है इसलिए उस कार्य में लग जाइए जिसे आप करना चाहते है |
मृत्यु एक सत्य है -: जॉब्स ने बताया इस अटल सत्य को ऐसे समझना चाहिए कि “आपके पास खोने के लिए कुछ नही है| ”सबसे अच्छा तरीका यह याद करना है की आप मरने जा रहे है. उन्होंने कहा ,जब मृत्यु उपयोगी लेकिन शुद्ध रूप से बौद्धिक अवधारणा थी ,उसके मुकाबले में अब पहले से ज्यादा निश्चय के साथ आपसे कह सकता हूँ की कोई मरना नही चाहता यहाँ तक की वह लोग जो स्वर्ग जाना चाहते है वे भी वह जाने के लिए मौत नही चाहते|
ललित बंजारा
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