Thursday, 3 August 2017

मेरा समय अमुल्य है…TIME IS PRICELESS IN HINDI






एक बार मेरी तबीयत खराब हो गई थी जिसके चलते मुझे Doctor के पास जाना
पड़ा। जब मैँ उसके कैबिन मेँ गया तो मेरी नजर सबसे पहले मेज पर रखे एक
Notice board पर पड़ी उसमेँ लिखा था- “मेरा समय अमुल्य है” मुझे थोड़ा अचम्भा हुआ और मैँ सोचनेँ लगा क्या इन्हीँ का समय कीमति है,
बाकि लोगोँ का नहीँ? पर इस बात को मैनेँ बार- बार सोँचा और दोबारा वो
वाक्य पढ़ा फिर मुझे लगा यह तो एक महत्वपुर्ण कथन है।
मुझे इसका अर्थ कुछ इस तरह समझ आया कि जो लोग अपना समय वाकई मुल्यवान
समझते हैँ, वे दुसरोँ का समय नष्ट नहीँ करना चाहते। आखिर यह एक छोटा सा
वाक्य उन लोगोँ के लिये एक Warning notice थी जो अपनेँ कीमति समय को नहीँ
समझते, जो समय की अहमियत नहीँ पहचानते साथ ही दुसरोँ का समय नष्ट करनेँ
मेँ भी किसी प्रकार से हिचकिचाहट का बोध नहीँ करते।
एक छोटा सा Calculation करते हैँ, एक वर्ष मेँ कुल 8760 घंटे होते हैँ,
अब थोड़ा रूकिये और सोचिये कि आप अपना समय कैसे बिताते हैँ। Means, कितना
Time Rest को, कितना Time खानेँ को और कितना Time अपनेँ मनोरँजन को देते
हैँ।
ये सब बातेँ एक कागज पर Note जरूर कीजिये। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि आपके पास कितनी अधिक फुरसत है।
Regular के गप्पोँ मेँ Waste होनेँ वाले एक या दो घण्टोँ का समय काफी
मुल्यवान है और उसको अनेकोँ प्रकार से हम Use मेँ ला सकते हैँ।
हर Parents अपनेँ बच्चोँ को अच्छा एजुकेशन देना चाहते हैँ लेकिन कई
बच्चोँ के Parents एजुकेटेड नहीँ होते उसमेँ बच्चोँ की भी एक छोटी सी
Responsibility बनती है कि जो Time वो T.V. देखने या दोस्तोँ से चैटिँग
और गपशप मेँ अपना एक दो घण्टे Waste करते हैँ वो लोग अपनेँ घर मेँ जो पढ़े
लिखे नहीँ हैँ या अपनेँ आसपास जहाँ के लोग अशिक्षित है उन्हेँ चैटिँग और
गपशप से टाईम निकालकर शिक्षित बनानेँ का प्रयास करेँ। क्योँकि आज एक
सुनहरा समय है कुछ बदलनेँ का। याद रखिये व्यर्थ बिताया हूआ समय कभी वापिस
लौटकर नहीँ आता।
बाद मेँ जरूरत पड़नेँ पर आदत सुधर जायेगी ऐसा सोँचकर हम अपनेँ वर्तमान समय
को बिना सोचे समझे व्यर्थ गँवानेँ का जोखिम नहीँ उठा सकते। हमारे Life का
Time limited है और यह इतनी लंबी भी नहीँ कि हम इसे टालमटोल मेँ बिता
देँ।
सादा जीवन जीनेँ वाले सतर्क व्यक्ति के पास व्यर्थ के कामोँ के लिये समय
ही नहीँ होता। हम बेकार की Gossips मेँ Time waste क्योँ करेँ। अपनेँ Daily रूटिन के कामोँ के लिये एक Time
table बनाईये और ईमानदारी और दृढतापुर्वक पालन कीजिये।
आस्लर के शब्दोँ को मत भुलिये- “अभी से सतर्क न हुए तो बाद मेँ पछताना पड़ेगा”।
दान्ते ने भी कहा है- बीत रहा आज फिर वापस नहीँ लौटेगा।

उमर खैयाम जी के इन बातोँ को याद कीजिये-
“हमारा जीवन पक्षी केवल थोड़ी ही दुर तक उड़ सकता है।
इसनेँ पंख फैला दिये हैँ, देखो जल्दी से इसकी दिशा सोच लो”।

दोस्तोँ समय बड़ी तेजी से निकल रहा है, हमारे पास बस यही वर्तमान समय और
बस आज का दिन है।
एक बार किसी व्यक्ति नेँ जार्ज बर्नार्ड शा से पुछा-‘आप अपनी दाढ़ी साफ
क्योँ नहीँ करते?’ उन्होँने कहा-” इससे समय बर्बाद होता है। प्रतिदिन 4
मिनट बचाकर मैनेँ अब तक अपनी Life के 10 महीनेँ बचा लिये हैँ।
दोस्तोँ इसका मतलब यह नहीँ कि दाढ़ी बनाने वाले सर्वदा अपनेँ समय का
सदुपयोग ही करते हैँ।
यह एक ऐसे विद्वान का कथन है जो समय की कीमत को समझते थे और यथासंभव
उन्होँने अपने समय का एक मिनट भी व्यर्थ जाने नहीँ दिया। हमारे पास जो
अमुल्य समय है वही हमारी एक मात्र संपत्ति है। अंतरिक्ष मेँ हमारी गति 30
K.M./Sec. है। हमेँ भुतकाल की सभी चिँतायेँ छोड़कर अपनी सारी चेष्टायेँ अपनेँ तात्कालिक
कार्य को ही ठीक-ठीक पुरा करनेँ मेँ लगानी होगी तभी हमारी Life मेँ एक
ताजगी, उत्साह और आलोक की अनुभुति होगी और तब दिन दिन करके वर्ष बीतेगा
और प्रतिक्षण किया गया हमारा सुकर्म एकत्र होकर ज्ञान तथा सदाचरण का एक
विशाल भंडार बन जायेगा।
इसलिये दोस्तोँ समय के महत्व को समझिये।
ये वाक्य आपकी जिँदगी मेँ काफी बदलाव ला सकते हैँ।
आईये इन वाक्योँ को देखते हैँ-

यदि एक साल की कीमत समझनी हो तो उस छात्र से पुछिये जो वार्षिक परीक्षा
मेँ फैल हो गया हो।

यदि एक मिनट की कीमत समझनी हो तो उससे पुछिये जिसकी ट्रेन छुट गई हो।

यदि एक सेकण्ड की कीमत समझनी हो तो उससे पुछिये जो मरते-मरते बचा हो।

यदि एक मिली सेकण्ड की कीमत समझनी हो तो उससे पुछिये जिसे ओलंपिक मेँ
स्वर्ण पदक की जगह रजत मिला हो।
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